Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2022 · 1 min read

विक्रम* *संवत* (*गीत*)

विक्रम संवत (*गीत*)
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
सुनो- सुनो विक्रम संवत की गरिमामयी कहानी
अनपढ़ या विद्वान सभी को यह था याद जुबानी
( 1 )
चैत्र शुक्ल से विक्रम संवत नया वर्ष है आता
गर्मी का बैसाख जेठ आषाढ़ मास कहलाता
सावन भादो वर्षा अपने सँग में लेकर आती
क्वार और कार्तिक में गाना धूप गुनगुनी गाती
अगहन पूस माघ में लगता हिम के जैसा पानी
फागुन की मस्ती की महिमा सारे जग ने मानी
( 2 )
पूरनमासी एक माह का दिवस आखिरी माना
एक-एक दिन करके उसके बाद चाँद घट जाना
फिर आती है घोर अमावस कहीं चाँद छिप जाता
पुनः दूज का चाँद एक पतली रेखा- सा आता
खेल देखते चंदा का तिथियों में सारे ज्ञानी
उत्सव मनता रोज चाँद की कला देख मस्तानी
( 3 )
नहीं ईसवी सन् चलता था जब आजादी आई
आजादी के बाद सुनो संवत की हुई विदाई
दो हजार वर्षों तक भवनों पर संवत की गाथा
इस संवत से किया हिंद ने अपना ऊँचा माथा
पता नहीं कैसे संवत के हुई साथ नादानी
पता नहीं क्यों भूले संवत निज पहचान बनानी
अनपढ़ या विद्वान सभी को यह था याद जुबानी
सुनो- सुनो विक्रम संवत की गरिमामयी कहानी
———————————————
लेखक : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा,रामपुर( उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451

723 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
"एहसासों के दामन में तुम्हारी यादों की लाश पड़ी है,
Aman Kumar Holy
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
Shyam Sundar Subramanian
मात-पिता केँ
मात-पिता केँ
DrLakshman Jha Parimal
🌺प्रेम कौतुक-192🌺
🌺प्रेम कौतुक-192🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कान्हा
कान्हा
Mamta Rani
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
सपना
सपना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सफर 👣जिंदगी का
सफर 👣जिंदगी का
डॉ० रोहित कौशिक
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
नेताम आर सी
कैसे भुला पायेंगे
कैसे भुला पायेंगे
Surinder blackpen
त्याग
त्याग
Punam Pande
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
3224.*पूर्णिका*
3224.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भेंट
भेंट
Harish Chandra Pande
Hey....!!
Hey....!!
पूर्वार्थ
ज़िन्दगी और प्रेम की,
ज़िन्दगी और प्रेम की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
Dr Archana Gupta
सबसे नालायक बेटा
सबसे नालायक बेटा
आकांक्षा राय
जब कोई आदमी कमजोर पड़ जाता है
जब कोई आदमी कमजोर पड़ जाता है
Paras Nath Jha
जपू नित राधा - राधा नाम
जपू नित राधा - राधा नाम
Basant Bhagawan Roy
जिंदगी जब जब हमें
जिंदगी जब जब हमें
ruby kumari
बच्चों के पिता
बच्चों के पिता
Dr. Kishan Karigar
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
‘ चन्द्रशेखर आज़ाद ‘ अन्त तक आज़ाद रहे
‘ चन्द्रशेखर आज़ाद ‘ अन्त तक आज़ाद रहे
कवि रमेशराज
सुन लो मंगल कामनायें
सुन लो मंगल कामनायें
Buddha Prakash
मच्छर
मच्छर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
आँखों   पर   ऐनक   चढ़ा   है, और  बुद्धि  कुंद  है।
आँखों पर ऐनक चढ़ा है, और बुद्धि कुंद है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
*शरीर : आठ दोहे*
*शरीर : आठ दोहे*
Ravi Prakash
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...