Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2021 · 1 min read

मज़हब…

मुनासिब होगा, ताउम्र गुनाहगार रहें
शर्तों पर मुआफ़ी, ना दो मुझे…

इस जहाँ की रवायतें, है नामंजूर
चाहे तो जिंदा, दफना दो मुझे…

बेखौफ हम कहेंगे, हशरेहाल जहाँ का
जो हो जाएँ काफ़िर, तो सजा दो मुझे…

मिलकर जी लो, ऐ मेरे वतन परस्तों
वरना हर दाग़ की, वजहा दो मुझे…

मजबूर का किसी, मज़हब से ना वास्ता
गर हो ऐसी दीन-ए-इलाही, तो बता दो मुझे…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’

2 Likes · 2 Comments · 515 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम
तुम
Sangeeta Beniwal
रिवायत
रिवायत
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
81 -दोहे (महात्मा गांधी)
81 -दोहे (महात्मा गांधी)
Rambali Mishra
हम हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान है
हम हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान है
Pratibha Pandey
विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी
विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी
Mahender Singh Manu
काश लौट कर आए वो पुराने जमाने का समय ,
काश लौट कर आए वो पुराने जमाने का समय ,
Shashi kala vyas
3136.*पूर्णिका*
3136.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप जिंदगी का वो पल हो,
आप जिंदगी का वो पल हो,
Kanchan sarda Malu
आरक्षण का दरिया
आरक्षण का दरिया
मनोज कर्ण
रंगोली
रंगोली
Neelam Sharma
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
शिव अविनाशी, शिव संयासी , शिव ही हैं शमशान निवासी।
शिव अविनाशी, शिव संयासी , शिव ही हैं शमशान निवासी।
Gouri tiwari
*कागभुशुंडी जी (कुंडलिया)*
*कागभुशुंडी जी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
Yogendra Chaturwedi
साधारण दिखो!
साधारण दिखो!
Suraj kushwaha
💐अज्ञात के प्रति-68💐
💐अज्ञात के प्रति-68💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
ruby kumari
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समस्त नारी शक्ति को सादर
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समस्त नारी शक्ति को सादर
*Author प्रणय प्रभात*
पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं
पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं
कवि दीपक बवेजा
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
पूर्वार्थ
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन में ऐश्वर्य के,
जीवन में ऐश्वर्य के,
sushil sarna
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
Sunil Suman
चन्द्रयान
चन्द्रयान
Kavita Chouhan
खूबसूरत बुढ़ापा
खूबसूरत बुढ़ापा
Surinder blackpen
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
*अहम ब्रह्मास्मि*
*अहम ब्रह्मास्मि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महबूबा
महबूबा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Nishant prakhar
Loading...