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22 Nov 2021 · 1 min read

मेरे माधव

नीला आसमान है
भूरी है मिट्टी
हरा है उपवन
पीला है मन का बन
मोर मुकुट पहन
अपनी बंसी की मधुर धुन
जरा सुनाओ तो मेरे माधव कि
बन बन
हर उपवन में
तुम्हें ढूंढता है
मेरा मन।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
190 Views
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