Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Aug 2018 · 1 min read

भूख

विषय / उन्वान ? #भूख
विधा ?..छंद मुक्त (कविता)
………
भूख
********
भूख और भगवान का भैया गहरा नाता।
बिना भुख समझेगा कैसे कौन विधाता।।

भूख कही है धन दौलत की,
कही भूख सम्मान की।
भूखा है कोई क्षुधा के कारण,
भूख बड़ा बेइमान की।

इसी भूख के कारण खुल गया पाप का खाता।
भूख और भगवान का भैया गहरा नाता।।

कही भूख से बालक,
सूखा स्तन चूसे।
बिलख – बिलख सो जाता,
किससे क्या वह पूछे।

यही भूख है ममता को आहत कर जता।
भूख और भगवान का भैया गहरा नाता।।

भूख के कारण याचक,
मंदिर को जाता है।
मन चाहा फल पाने को
वह ललचाता है।

भूख बिना इंसान कहा ईश्वर गुण गाता।
भूख और भगवान का भैया गहरा नाता।।
*******
✍पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
—–
पूर्णतया मौलिक, स्वरचित, स्वप्रमाणित, अप्रकाशित
——
मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण
बिहार

Language: Hindi
4 Likes · 521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
Radhakishan R. Mundhra
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐अज्ञात के प्रति-120💐
💐अज्ञात के प्रति-120💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खेल जगत का सूर्य
खेल जगत का सूर्य
आकाश महेशपुरी
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
मैदान-ए-जंग में तेज तलवार है मुसलमान,
मैदान-ए-जंग में तेज तलवार है मुसलमान,
Sahil Ahmad
अंदाज़-ऐ बयां
अंदाज़-ऐ बयां
अखिलेश 'अखिल'
2834. *पूर्णिका*
2834. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हे कान्हा
हे कान्हा
Mukesh Kumar Sonkar
|नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
|नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
"दरपन"
Dr. Kishan tandon kranti
मौन पर एक नजरिया / MUSAFIR BAITHA
मौन पर एक नजरिया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
चांदनी न मानती।
चांदनी न मानती।
Kuldeep mishra (KD)
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
पूर्वार्थ
कविता
कविता
Shweta Soni
जो सुनना चाहता है
जो सुनना चाहता है
Yogendra Chaturwedi
चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है।
चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है।
विमला महरिया मौज
■ विकृत परिदृश्य...
■ विकृत परिदृश्य...
*Author प्रणय प्रभात*
योग इक्कीस जून को,
योग इक्कीस जून को,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Is ret bhari tufano me
Is ret bhari tufano me
Sakshi Tripathi
रक्तदान
रक्तदान
Neeraj Agarwal
वो जो ख़ामोश
वो जो ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
manjula chauhan
शिल्पकार
शिल्पकार
Surinder blackpen
कोई रहती है व्यथा, कोई सबको कष्ट(कुंडलिया)
कोई रहती है व्यथा, कोई सबको कष्ट(कुंडलिया)
Ravi Prakash
जीवनी स्थूल है/सूखा फूल है
जीवनी स्थूल है/सूखा फूल है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मैं फकीर ही सही हूं
मैं फकीर ही सही हूं
Umender kumar
मुझे हमेशा लगता था
मुझे हमेशा लगता था
ruby kumari
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...