बैटरी वाली रिक्शा (गीत)
बैटरी वाली रिक्शा (गीत)
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सुनो बैटरी वाली रिक्शा ,सबसे मस्त सवारी
(1)
इस रिक्शा पर धनी चढ़ रहे, इससे निर्धन जाते
चार सीट पर बैठ चार जन आपस में बतियाते
इससे भाईचारा बढ़ता, सबको यही सुहाती
ठुमक-ठुमक कर हिचकोले ले-लेकर चलती जाती
नौजवान बूढ़े बच्चों को लगती यह ही प्यारी
सुनो बैटरी वाली रिक्शा ,सबसे मस्त सवारी
(2)
यह समाजवादी है सच्ची सबने यह अपनाई
अंग्रेजों की महंगी बग्घी इसे देख शरमाई
डीजल या पैट्रोल बताओ, यह रिक्शा कब खाती
बिना प्रदूषित किए सड़क पर आगे बढ़ती जाती
लालायित रहते इस पर चढ़ने को सब नर-नारी
सुनो बैटरी वाली रिक्शा सबसे मस्त सवारी
(3)
तुम भी बैठो अफसर बाबू टाई वालों आओ
नेताओं जनता के संग में, तुम भी इससे जाओ
मत कतराओ इससे, छोटा इसको तनिक न जानो
सुख-दुख में बस काम एक यह आती है पहचानो
बच्चे करते इससे बातें ,करते इससे यारी
सुनो बैटरी वाली रिक्शा ,सबसे मस्त सवारी
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451