Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Oct 2017 · 1 min read

बेमेल दोस्त

वर्षो का याराना,साथ उठना, बैठना,खाना ,आना -जाना फिर भी बिना बात के रूठ जाना,सोचने पर मजबूर करता है,क्या ये सचमुच का याराना है या बेमेल गठबंधन,मतलब के लिए मजबूरी की दोस्ती। कौन है दोषी दोस्त या मैं स्वयं ? हो सकता है मेरा दोष ज्यादा हो,लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बात ही न की जाये।अगर सच्ची दोस्ती है तो बताने में परेशानी क्या है,कि आपने ये गलत किया।लेकिन नहीं नाक ऊंची है बात ही नहीं करनी। कई बार ऐसा हो गया। और अब शायद पानी सिर से गुजर गया। बेमेल दोस्ती को तोड़ने का मन मैंने बना लिया। दोस्ती या तो निभाना अच्छा,या फिर ढोने से तोड़ना अच्छा।।

Language: Hindi
915 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
2526.पूर्णिका
2526.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
डॉ. दीपक मेवाती
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
फूल खुशबू देते है _
फूल खुशबू देते है _
Rajesh vyas
'पिता'
'पिता'
पंकज कुमार कर्ण
काकाको यक्ष प्रश्न ( #नेपाली_भाषा)
काकाको यक्ष प्रश्न ( #नेपाली_भाषा)
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
सरस्वती वंदना-2
सरस्वती वंदना-2
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
नेताम आर सी
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
Dr Archana Gupta
आपसी समझ
आपसी समझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तितली रानी
तितली रानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
■ आस्था की अनुभूति...
■ आस्था की अनुभूति...
*Author प्रणय प्रभात*
#गुलमोहरकेफूल
#गुलमोहरकेफूल
कार्तिक नितिन शर्मा
पिता के पदचिह्न (कविता)
पिता के पदचिह्न (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
वो कभी दूर तो कभी पास थी
वो कभी दूर तो कभी पास थी
'अशांत' शेखर
रविवार को छुट्टी भाई (समय सारिणी)
रविवार को छुट्टी भाई (समय सारिणी)
Jatashankar Prajapati
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
Sonu sugandh
साधना
साधना
Vandna Thakur
बिजलियों का दौर
बिजलियों का दौर
अरशद रसूल बदायूंनी
*अब लिखो वह गीतिका जो, प्यार का उपहार हो (हिंदी गजल)*
*अब लिखो वह गीतिका जो, प्यार का उपहार हो (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
“SAUDI ARABIA HAS TWO SETS OF TEETH-ONE TO SHOW OFF AND THE OTHER TO CHEW WITH “
“SAUDI ARABIA HAS TWO SETS OF TEETH-ONE TO SHOW OFF AND THE OTHER TO CHEW WITH “
DrLakshman Jha Parimal
जिस प्रकार सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के बावजूद भी उसे अप
जिस प्रकार सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के बावजूद भी उसे अप
नव लेखिका
घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख।
घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख।
आर.एस. 'प्रीतम'
सावन में संदेश
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
मन का मिलन है रंगों का मेल
मन का मिलन है रंगों का मेल
Ranjeet kumar patre
Khud ke khalish ko bharne ka
Khud ke khalish ko bharne ka
Sakshi Tripathi
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
Harminder Kaur
Loading...