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26 Feb 2018 · 1 min read

निशानियां रख जा

जाते जाते निशानियां रख जा
अपनी यादों की गर्मियां रख जा

कितना तड़पा हूं मैं जो तेरे लिए
मिलने की कुछ तो नर्मियाँ रख जा

इक न इक दिन तो रहम आएगा
दर पे उसके तू अर्जियां रख जा

प्यार से अपना वो बन ही जायेगा
बस किनारे पर तल्खियां रख जा

फिर से सावन तो आ ही जाएगा
बागों में कुछ तो तितलियां रख जा

सरहदों पर जो जाओ तो पहले
कोख में कुछ निशानियां रख जा

आरती लोहनी
#510,वार्ड नं1
कुराली,मोहाली
पंजाब140103

2 Likes · 281 Views
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