देश की बिगड़ी तकदीर कौन सांवरे ?
कुकरमुत्तों से भरे खरपतवार में ,
कोई तो कमल ढूंढ के लाए ।
बड़बोलों में सच्चा कर्मशील ,
कहां छुपा पड़ा है सामने तो आए ।
यह हीरे सी देश की सत्ता किसे सौंपे ,
कोई तो योग्य उम्मीदवार हम पाएं ।
जो देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा हेतु ,
कटिबद्ध हो कौन है वो बतलाए ।
देशभक्ति और समाज सेवा जिसके खून,
में समाहित है अपना जिगर तो दिखलाए ।
सारे देशवासियों को एकजुट कर सके ,
ऐसा महानायक कभी तो नजर आए ।
काश ! ऐसा आदर्श राजनेता देश को ,
ईश्वर जल्दी से जल्दी दिलवाए ।
ताकि मेरे देश की बिगड़ी तकदीर और ,
तस्वीर बदल जाए ।