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30 Nov 2021 · 1 min read

चुनना होगा आपको (कुंडलिया)

चुनना होगा आपको (कुंडलिया)
—————————————————
चुनना होगा आपको ,अब तो दो के बीच
लोकतंत्र की चाह है ,या उच्छ्रंखल कीच
या उच्छ्रंखल कीच ,जाम सड़कों पर धरने
बाहुबली ले साथ ,तंत्र पर कब्जे करने
कहते रवि कविराय ,लोकमत में शुभ सुनना
उचित वोट का राज , चुनावों से ही चुनना
————————————————–
कीच = कीचड़
————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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