Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2017 · 1 min read

” गुलाब “

फूलों के दर्द को किसी ने नहीं
समझा है,
लोगों ने उन्हें सिर्फ मुस्कुराते हुए
देखा है,
ये फूल गम में भी मुस्कुराने की
फिजा रखते हैं,
हमनें तो इन्हें काँटों में भी खिलते
हुए देखा है,
अपने वजूद को इन्होंने बचाकर
रखा है,
खुद टूटकर दो दिलों को मिलाकर
रखा है,
बिखेरते हैं,खुशबू दो दिलों के
बीच
इसलिए प्रेमियों ने इनका नाम
“गुलाब” रखा है ।।
– आनन्द कुमार

Language: Hindi
1 Like · 529 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
याद-ए-माज़ी
याद-ए-माज़ी
Dr fauzia Naseem shad
*** होली को होली रहने दो ***
*** होली को होली रहने दो ***
Chunnu Lal Gupta
"Awakening by the Seashore"
Manisha Manjari
मुक़द्दस पाक यह जामा,
मुक़द्दस पाक यह जामा,
Satish Srijan
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ना जाने क्यों ?
ना जाने क्यों ?
Ramswaroop Dinkar
मृतशेष
मृतशेष
AJAY AMITABH SUMAN
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
Basant Bhagawan Roy
आएंगे तो मोदी ही
आएंगे तो मोदी ही
Sanjay ' शून्य'
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
डर से अपराधी नहीं,
डर से अपराधी नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चलते जाना
चलते जाना
अनिल कुमार निश्छल
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
भोर होने से पहले .....
भोर होने से पहले .....
sushil sarna
सौगंध
सौगंध
Shriyansh Gupta
जिंदगी एक किराये का घर है।
जिंदगी एक किराये का घर है।
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
दर्द
दर्द
SHAMA PARVEEN
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मछली कब पीती है पानी,
मछली कब पीती है पानी,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
हा मैं हारता नहीं, तो जीतता भी नहीं,
हा मैं हारता नहीं, तो जीतता भी नहीं,
Sandeep Mishra
दर्द-ए-सितम
दर्द-ए-सितम
Dr. Sunita Singh
वज़ूद
वज़ूद
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
मुराद
मुराद
Mamta Singh Devaa
शैक्षिक विकास
शैक्षिक विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"Let us harness the power of unity, innovation, and compassi
Rahul Singh
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
सास खोल देहली फाइल
सास खोल देहली फाइल
नूरफातिमा खातून नूरी
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...