Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2020 · 1 min read

कैसे-कैसे काम करते हैं तेरी बस्ती में सब

कैसे-कैसे काम करते हैं तेरी बस्ती में सब
दिल को भी नीलाम करते हैं तेरी बस्ती में सब

हैं निठल्ले और ख़ाली काम कुछ करते नहीं
बैठकर आराम करते हैं तेरी बस्ती में सब

बोलियाँ ईमां की लगती हैं कहीं पर जिस्म की
काम तो बदनाम करते हैं तेरी बस्ती में सब

रोज़ उठते ही चढ़ाते जाम पर वो जाम हैं
सुब्ह को ही शाम करते हैं तेरी बस्ती में सब

घी से खाओ पी के गाओ ज़िन्दगी कहते इसे
ये ही इक पैग़ाम करते हैं तेरी बस्ती में सब

नाम होगा क्या नहीं बदनाम होकर भी अगर
इस तरह से नाम करते हैं तेरी बस्ती में सब

कुछ छिपाते ही नहीं सामने सबके करें
जो भी करते आम करते हैं तेरी बस्ती में सब

काम कैसा हो मगर उनको तो दौलत चाहिये
बिन लिये कब दाम करते हैं तेरी बस्ती में सब

ले के तुम ‘आनन्द’ आओ राम जैसा हो कोई
रावनों के काम करते हैं तेरी बस्ती में सब

– डॉ आनन्द किशोर

2 Likes · 1 Comment · 337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
Buddha Prakash
कविता बाजार
कविता बाजार
साहित्य गौरव
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
प्यार जताने के सभी,
प्यार जताने के सभी,
sushil sarna
मज़दूरों का पलायन
मज़दूरों का पलायन
Shekhar Chandra Mitra
मत बांटो इंसान को
मत बांटो इंसान को
विमला महरिया मौज
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले
Pratibha Pandey
रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध।
रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सफर है! रात आएगी
सफर है! रात आएगी
Saransh Singh 'Priyam'
■ सीधी बात....
■ सीधी बात....
*Author प्रणय प्रभात*
अपना मन
अपना मन
Harish Chandra Pande
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
विचारों की आंधी
विचारों की आंधी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
Naushaba Suriya
"कब तक छुपाहूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
अनुभव
अनुभव
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
बीजारोपण
बीजारोपण
आर एस आघात
वही है जो इक इश्क़ को दो जिस्म में करता है।
वही है जो इक इश्क़ को दो जिस्म में करता है।
Monika Verma
शब्द
शब्द
Neeraj Agarwal
फिर भी करना है संघर्ष !
फिर भी करना है संघर्ष !
जगदीश लववंशी
अंधेरे का डर
अंधेरे का डर
ruby kumari
जीवन दया का
जीवन दया का
Dr fauzia Naseem shad
माफ़ी नहीं होती
माफ़ी नहीं होती
Surinder blackpen
कविता जो जीने का मर्म बताये
कविता जो जीने का मर्म बताये
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
"नारी जब माँ से काली बनी"
Ekta chitrangini
हे सर्दी रानी कब आएगी तू,
हे सर्दी रानी कब आएगी तू,
ओनिका सेतिया 'अनु '
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
Harminder Kaur
पेंशन
पेंशन
Sanjay ' शून्य'
Loading...