कुदरती नियम
दरख़्त के शाखों से पुराने पत्तों को गिरना होता है ।
बुढ़ापा उम्र की एक दहलीज इसे पार करना होता है ।
कैसे बदल सकता है कोई कुदरत के इन नियमों को ,
इंसान की जिंदगी का पहिया इसी पर ही चलता है ।
दरख़्त के शाखों से पुराने पत्तों को गिरना होता है ।
बुढ़ापा उम्र की एक दहलीज इसे पार करना होता है ।
कैसे बदल सकता है कोई कुदरत के इन नियमों को ,
इंसान की जिंदगी का पहिया इसी पर ही चलता है ।