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19 Oct 2020 · 1 min read

करूँ भारती मातु की वन्दना

शक्ति छन्द
122 122 122 12
लय-आज कल याद कुछ

गीत
करुँ भारती मातु की वन्दना
मुझे मातु आशीष तेरा मिले।

दुखी हूँ बहुत कष्ट मेरा मिटा
खुशी जिंदगी में मुझे माँ मिले।

करुँ भारती मातु की वन्दना
मुझे मातु आशीष तेरा मिले।

नई राह मुझको दिखा दीजिये।
सदा दास अपना बना लीजिये।
मुझे तुम चरण में जगह दीजिये।
कृपा मातु मुझपे जरा कीजिये।
परेशान हूँ जिंदगी में सदा
तुम्हें देखकर चैन मुझको मिले।

करुँ भारती मातु की वन्दना
मुझे मातु आशीष तेरा मिले।

नहीं जिंदगी से मुझे कुछ गिला।
मिला कर्म का माँ मुझे ये सिला।
नही साथ मुझको किसी का मिला।
मुझे ज्ञान की माँ दवा तू पिला।
बनें मातु पहचान उसकी सदा।
दया आपकी जिस किसी को मिले।

करुँ भारती मातु की वन्दना
मुझे मातु आशीष तेरा मिले।

सदा ज्ञान सबको तुम्हीं बाटती
नया रूप माता सदा धारती।
तुम्हीं कष्ट से मातु हो तारती।
करूँ मैं सदा मातु की आरती।
न बाधा कभी राह में आ सके
सदा छू सकूँ मैं नई मंजिले।

करुँ भारती मातु की वन्दना
मुझे मातु आशीष तेरा मिले।

अभिनव मिश्र”अदम्य

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Comments · 349 Views
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