Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2021 · 1 min read

एक कंचे की सांस सा

मोहब्बत
जहर का एक प्याला है
जिसने पीया
उसे खुद के दिल से दूर चले
जाना है
मरना नहीं है
मौत के झूले में
झूलते झूलते
जीना है
जीना नहीं है
हर कदम पर
बहकते हुए
ठोकर खा खाकर चलना है
जब खुद का चोला छोड़ना है
खुद के दामन से लिपटे लोगों को
अपना दर्द देना है
दर्द के दरिया में
बहना है
खुद डूबना है और
दूसरों को भी डूबोना है
मोहब्बत जहर है
इसे खुद भी पीना है
दूसरों को भी पिलाना है
खुद भी रोना है
दूसरों को रुलाना है
खुद हंसना है
दूसरों को भी हंसाना है
खुद परेशान है
दूसरे को भी करना है
खुद जिन्दगी से खेलना है
दूसरों को भी इस खेल में
शामिल करना है
जिन्दगी को मर मरकर
लुट लुटकर
बर्बाद होकर
जीना है
दूसरों को भी
इस आग में जलाना है
मोहब्बत का जहर पीते
जाना है
इसे न उगलना है
न निगलना है
बस एक कंचे की सांस सा
गले में ही
अटकाये रखना है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
मीठी जलेबी
मीठी जलेबी
rekha mohan
मेरी पहली चाहत था तू
मेरी पहली चाहत था तू
Dr Manju Saini
💐प्रेम कौतुक-161💐
💐प्रेम कौतुक-161💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
अनूप अम्बर
समुन्दर-सा फासला है तेरे मेरे दरमियाँ,
समुन्दर-सा फासला है तेरे मेरे दरमियाँ,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
Sonu sugandh
बैठी रहो कुछ देर और
बैठी रहो कुछ देर और
gurudeenverma198
"विषधर"
Dr. Kishan tandon kranti
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
Kshma Urmila
मंजिल
मंजिल
डॉ. शिव लहरी
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
shabina. Naaz
कृषक
कृषक
Shaily
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
आज कोई नही अनजान,
आज कोई नही अनजान,
pravin sharma
******छोटी चिड़ियाँ*******
******छोटी चिड़ियाँ*******
Dr. Vaishali Verma
सावन
सावन
Ambika Garg *लाड़ो*
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
Phool gufran
कुछ लोग गुलाब की तरह होते हैं।
कुछ लोग गुलाब की तरह होते हैं।
Srishty Bansal
मैंने फत्ते से कहा
मैंने फत्ते से कहा
Satish Srijan
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
Vivek Mishra
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
कड़वी बात~
कड़वी बात~
दिनेश एल० "जैहिंद"
3034.*पूर्णिका*
3034.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिंदी शायरी संग्रह
हिंदी शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
दूसरों को देते हैं ज्ञान
दूसरों को देते हैं ज्ञान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
.तेरी यादें समेट ली हमने
.तेरी यादें समेट ली हमने
Dr fauzia Naseem shad
*अम्मा जी से भेंट*
*अम्मा जी से भेंट*
Ravi Prakash
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
कवि रमेशराज
महादान
महादान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...