Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2021 · 1 min read

आपस में सभी भाई-भाई हैं !

आपस में सभी भाई-भाई हैं !
################

लड़ते हैं…., झगड़ते हैं….
कभी गले भी मिलते हैं !
एक साथ उठते, बैठते हैं !
किसी-किसी बात पर तो….
शिकवा,शिकायत भी करते हैं !
ये सब हो जाने दो न ! आखिर…
आपस में सभी भाई-भाई हैं !!

खुद ही जीते हैं….
खुद ही हर काम करते हैं !
पर एक दूसरे के प्रति….
दिल में दया भाव भी रखते हैं !
कोई जब किसी दु:ख में हो तो….
आपस में दु:ख-दर्द मिल बाॅंट लेते हैं !
और ऐसा हो भी क्यों न ! आखिर…
आपस में सभी भाई-भाई जो हैं !!

एक-दूसरे की हर ज़रूरत में
सदा काम भी आते हैं !
एक-दूसरे की खोज-खबर
हर पल ही रखा करते हैं !
दूर – दूर ही सदा रहते हैं ,
पर पास-पास अनुभव करते हैं !
एक दूसरे की भावनाओं की
बेहतर कद्र भी किया करते हैं !
और ऐसा हो भी क्यों न ! आखिर…
आपस में सभी भाई-भाई जो हैं !!

चाहे कोई उत्सव-त्योहार हो….
या शादी-विवाह का अवसर हो !
चाहे किसी के भी घर में….
ज़रा सी भी कोई हलचल हो !
कभी किसी भी मसले पर….
यदि कोई गहन चिंतन हो !
तुरंत एक ही इशारे पर….
दौड़े-दौड़े चले आते हैं सब !
और ऐसे सारे ही मसले को….
सब मिल सुलझा लेते हैं झट !
और ऐसा हो भी क्यों न ! आखिर…
आपस में सभी भाई-भाई जो हैं !!

स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 15 अक्टूबर, 2021.
“”””””””””””””””””””””””””””””””””
?????????

Language: Hindi
8 Likes · 717 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अबोध अंतस....
अबोध अंतस....
Santosh Soni
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
ला-फ़ानी
ला-फ़ानी
Shyam Sundar Subramanian
गुरु सर्व ज्ञानो का खजाना
गुरु सर्व ज्ञानो का खजाना
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*रामचरितमानस में गूढ़ अध्यात्म-तत्व*
*रामचरितमानस में गूढ़ अध्यात्म-तत्व*
Ravi Prakash
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*बोल*
*बोल*
Dushyant Kumar
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
Basant Bhagawan Roy
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
जो मेरी जान लेने का इरादा ओढ़ के आएगा
जो मेरी जान लेने का इरादा ओढ़ के आएगा
Harinarayan Tanha
क्या विरासत में
क्या विरासत में
Dr fauzia Naseem shad
बालि हनुमान मलयुद्ध
बालि हनुमान मलयुद्ध
Anil chobisa
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
Vishal babu (vishu)
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
DrLakshman Jha Parimal
धरा प्रकृति माता का रूप
धरा प्रकृति माता का रूप
Buddha Prakash
बच्चों के साथ बच्चा बन जाना,
बच्चों के साथ बच्चा बन जाना,
लक्ष्मी सिंह
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
AVINASH (Avi...) MEHRA
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
Mohan Pandey
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
रोजी रोटी
रोजी रोटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कलयुग और महाभारत
कलयुग और महाभारत
Atul "Krishn"
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
#यादों_का_झरोखा-
#यादों_का_झरोखा-
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-208💐
💐प्रेम कौतुक-208💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
कितनी प्यारी प्रकृति
कितनी प्यारी प्रकृति
जगदीश लववंशी
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...