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1 Jan 2022 · 1 min read

“अभिनन्दन 2022”

सूर्य नवल, हैं रश्मि नवल,
नव आशाओं के, खिलेँ कमल।
है चन्द्र नवल, चाँदनी धवल,
प्रतिदिन निखरे, सौंदर्य नवल।।

है वृक्ष पुरातन, पात नवल,
कलियों पर मादक, आभ नवल।
गुन्जार मधुर, है भ्रमरवृन्द,
चहुँओर, सुरभि का वास नवल।।

रह जाए उर मेँ, अब न कसक,
सजनी, साजन का प्यार अमर।
नव प्रात, एक मनुहार नवल,
हर दिन उमड़े, उद्गार प्रबल।।

हो व्याधि, व्यग्रता का विघटन,
सब बाधाओं का, सकल हनन।
व्यवहार हमारा, स्वास्थ्य परक,
सुविचार, प्रफुल्लित हो तन मन।।

है वर्ष नवल, उत्साह नवल,
मन किँचित भी, अब हो न विकल।
नैराश्य, पास ना अब फटके,
है प्रीति पुरानी, ओज नवल..!

##————##————##———–##

रचयिता-

Dr.asha kumar rastogi
M.D.(Medicine),DTCD
Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M.9415559964

Language: Hindi
Tag: गीत
22 Likes · 27 Comments · 918 Views
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