Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2022 · 1 min read

तानाशाहों का हश्र

जो ख़ुद को
देश से
ऊपर माने
वह तानाशाह
है या
सिरफिरा!
दुनिया का
इतिहास
देख लो
होता है
उसका
हश्र बुरा!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*जब तू रूठ जाता है*
*जब तू रूठ जाता है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
23/05.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/05.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
राम है आये!
राम है आये!
Bodhisatva kastooriya
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
Ashwini sharma
तुम गजल मेरी हो
तुम गजल मेरी हो
साहित्य गौरव
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
Sukoon
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
"बुराई की जड़"
Dr. Kishan tandon kranti
!! प्रेम बारिश !!
!! प्रेम बारिश !!
The_dk_poetry
वह इंसान नहीं
वह इंसान नहीं
Anil chobisa
* जिन्दगी *
* जिन्दगी *
surenderpal vaidya
*खुशबू*
*खुशबू*
Shashi kala vyas
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
संतोष
संतोष
Manju Singh
हमारी जिंदगी भरना, सदा माँ शुभ विचारों से (गीत)
हमारी जिंदगी भरना, सदा माँ शुभ विचारों से (गीत)
Ravi Prakash
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन सभी का मस्त है
जीवन सभी का मस्त है
Neeraj Agarwal
🌲प्रकृति
🌲प्रकृति
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मोर
मोर
Manu Vashistha
हर खुशी को नजर लग गई है।
हर खुशी को नजर लग गई है।
Taj Mohammad
निज स्वार्थ ही शत्रु है, निज स्वार्थ ही मित्र।
निज स्वार्थ ही शत्रु है, निज स्वार्थ ही मित्र।
श्याम सरीखे
जय माता दी 🙏
जय माता दी 🙏
Anil Mishra Prahari
मकड़जाल से धर्म के,
मकड़जाल से धर्म के,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#शख़्सियत...
#शख़्सियत...
*Author प्रणय प्रभात*
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA
प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
इबादत
इबादत
Dr.Priya Soni Khare
Loading...