Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2023 · 1 min read

Ghazal song

कोई वफा नहीं है तेरी वफाओं जैसा।
नहीं सुकून तेरी जुल्फ की छांवों जैसा।

तेरे बग़ैर है खामोश जिंदगी इतनी।
सुकूत फैला है इसमें तो ख़लाओं जैसा।

किस कदर तुझ से मोअ़त्तर है दिलों की गलियां।
खुशबू आमद पर बिखरती है हवाओं जैसा।

पास रहकर भी हमेशा वह मुझे दूर लगा।
उसका अंदाजे़ तगा़फुल है ख़यालों जैसा

काश एहसास को समझे वो मुझे मिल जाए।
मेरी खा़मोश मिजा़जी हो सदाओं जैसा।

मुंतजि़र था बड़ी मुद्दत से बहारों के लिए।
फूल खिल कर भी हुआ ज़र्द खिजा़ओं जैसा।

बहुत ही सादा मिजा़जी के साथ रहता है।
बादशाह है मगर अंदाज़ गदाओं जैसा।

एक महशर सी लगे है तेरी यादों का सफर।
एक तूफान उठा दिल में हवाओं जैसा

तिशनगी इश्क़ की देखी तो “सगी़र” उसने कहा।
ज़ुल्फ ढक लेंगे तेरा चेहरा घटाओं की तरह

Language: Hindi
82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
आकाश से आगे
आकाश से आगे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जाना ही होगा 🙏🙏
जाना ही होगा 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
कवि रमेशराज
जीवन सभी का मस्त है
जीवन सभी का मस्त है
Neeraj Agarwal
देखी देखा कवि बन गया।
देखी देखा कवि बन गया।
Satish Srijan
ये कैसे आदमी है
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
पृथ्वीराज
पृथ्वीराज
Sandeep Pande
मुझे पता है।
मुझे पता है।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
जिंदगी उधेड़बुन का नाम नहीं है
जिंदगी उधेड़बुन का नाम नहीं है
कवि दीपक बवेजा
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
Ravi Prakash
(7) सरित-निमंत्रण ( स्वेद बिंदु से गीला मस्तक--)
(7) सरित-निमंत्रण ( स्वेद बिंदु से गीला मस्तक--)
Kishore Nigam
अपनापन
अपनापन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-320💐
💐प्रेम कौतुक-320💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मित्रतापूर्ण कीजिए,
मित्रतापूर्ण कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#मायका #
#मायका #
rubichetanshukla 781
कायम रखें उत्साह
कायम रखें उत्साह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आत्मा की आवाज
आत्मा की आवाज
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
* भाव से भावित *
* भाव से भावित *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम जहा भी हो,तुरंत चले आओ
तुम जहा भी हो,तुरंत चले आओ
Ram Krishan Rastogi
तुम बहुत प्यारे हो
तुम बहुत प्यारे हो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
निरंतर प्रयास ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुँचाता hai
निरंतर प्रयास ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुँचाता hai
Indramani Sabharwal
3222.*पूर्णिका*
3222.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
मौके पर धोखे मिल जाते ।
मौके पर धोखे मिल जाते ।
Rajesh vyas
Loading...