शब्द बिन, नि:शब्द होते,दिख रहे, संबंध जग में।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
चूँ-चूँ चूँ-चूँ आयी चिड़िया
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
आकाश महेशपुरी
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
मेरे पिता
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
इश्क में बेचैनियाँ बेताबियाँ बहुत हैं।
Taj Mohammad
अपनी क़िस्मत को फिर बदल कर देखते हैं
Muhammad Asif Ali
ग़ज़ल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सच ही तो है हर आंसू में एक कहानी है
VINOD KUMAR CHAUHAN
अभी दुआ में हूं बद्दुआ ना दो।
Taj Mohammad
हायकु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
💐💐प्रेम की राह पर-11💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बहुआयामी वात्सल्य दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali