Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2022 · 1 min read

Daily Writing Challenge : New Beginning

Beginning !
Yes !
Beginning !
TheSoul wishes to begin
An unending journey….
Of peace… Of mind …
A sublime its kind
Beyond all ..
Where even time can’t it bind…
That ultimate path
To reach the home of that energy
By whom “I” am made of.
© Mukesh Kumar Badgaiyan

Language: English
Tag: English Poem, Poem
137 Views

Books from Mukesh Kumar Badgaiyan,

You may also like:
ईश्वर के रूप 'पिता'
ईश्वर के रूप 'पिता'
Gouri tiwari
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
जगत का जंजाल-संसृति
जगत का जंजाल-संसृति
Shivraj Anand
राम सिया की होली देख अवध में, हनुमंत लगे हर्षांने।
राम सिया की होली देख अवध में, हनुमंत लगे हर्षांने।
राकेश चौरसिया
होकर रहेगा इंकलाब
होकर रहेगा इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
प्रेम प्रतीक्षा करता है..
प्रेम प्रतीक्षा करता है..
Rashmi Sanjay
ये इत्र सी स्त्रियां !!
ये इत्र सी स्त्रियां !!
Dr. Nisha Mathur
जब 'बुद्ध' कोई नहीं बनता।
जब 'बुद्ध' कोई नहीं बनता।
Buddha Prakash
श्रृंगारिक दोहे
श्रृंगारिक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
✍️नीली जर्सी वालों ✍️
✍️नीली जर्सी वालों ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
गंवारा ना होगा हमें।
गंवारा ना होगा हमें।
Taj Mohammad
✍️लबो ने मुस्कुराना सिख लिया
✍️लबो ने मुस्कुराना सिख लिया
'अशांत' शेखर
दोस्ती के धरा पर संग्राम ना होगा
दोस्ती के धरा पर संग्राम ना होगा
Er.Navaneet R Shandily
नजरअंदाज करना तो उनकी फितरत थी----
नजरअंदाज करना तो उनकी फितरत थी----
सुनील कुमार
मुहावरे_गोलमाल_नामा
मुहावरे_गोलमाल_नामा
Anita Sharma
कितने घर ख़ाक हो गये, तुमने
कितने घर ख़ाक हो गये, तुमने
Anis Shah
अपने ही हाथों होती है
अपने ही हाथों होती है
Dr fauzia Naseem shad
आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है
आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है
डी. के. निवातिया
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
सत्य कुमार प्रेमी
■ राम है आराम
■ राम है आराम
*Author प्रणय प्रभात*
एक ठोकर क्या लगी..
एक ठोकर क्या लगी..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
मौसम बेईमान है आजकल
मौसम बेईमान है आजकल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
चालवाजी से तो अच्छा है
चालवाजी से तो अच्छा है
Satish Srijan
"राम-नाम का तेज"
Prabhudayal Raniwal
*25 दिसंबर 1982: : प्रथम पुस्तक
*25 दिसंबर 1982: : प्रथम पुस्तक "ट्रस्टीशिप-विचार" का विमोचन*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-227💐
💐प्रेम कौतुक-227💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुनते नहीं मिरी बात देखिए
सुनते नहीं मिरी बात देखिए
Dr. Sunita Singh
" वट वृक्ष सा स्पैक्ट्रम "
Dr Meenu Poonia
Every morning, A teacher rises in me
Every morning, A teacher rises in me
Ankita Patel
अजब-गजब इन्सान...
अजब-गजब इन्सान...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...