स्वाति सोनी 'मानसी' "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid स्वाति सोनी 'मानसी' 24 Jan 2017 · 1 min read रुलाती है बेटियां पीहर कभी ससुराल सजाती है बेटियां । दोनों कुलों का मान बढ़ाती है बेटियां । होती है बिदाई तो रुलाती है बेटियां । बाबुल का अरमान सजाती है बेटियां ।... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2 487 Share