jyoti singh "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid jyoti singh 22 Jan 2017 · 2 min read सशक्त बेटियाँ बहुत जी लिए दूसरों की खातिर अब खुद के लिए जीना होगा। बहुत जी लिए बनकर - किसी की बेटी ,किसी की बहन, किसी की पत्नी,किसी की माँ,. अब तो... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share