अभिषेक झा "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक झा 18 Jan 2017 · 1 min read "बेटियां" इस जहां कि हर खुशी की राज होती हैं बेटियां, मां पिता के दुख मे सदा, हमराज होती हैं बेटियां, सौ दर्द हो दिल में मगर,उफतक नहीं करती कभी, सदियों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share