बेटी है अनमोल इसकी पूजा करो
...बेटी है अनमोल, इसकी पूजा करो... नन्ही बेटी है,रोती है हंसती है। इसके ही रंगों से,ये दुनिया सजती है। इसकी हर नादानी पे,प्यार बहुत ही आता है। देखूं रोते हुए...
"बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017