Shivangi Sharma "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shivangi Sharma 21 Jan 2017 · 1 min read ' ये बेटियाँ ' खुशनसीब होते हैं वो लोग जिनके, घर में मुस्कुराती हैं बेटियाँ। कुछ नहीं ले जाती माँ-बाप के घर से, अपनी किस्मत से ही सब कुछ पाती हैं बेटियाँ। बेटी बनकर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2 1k Share