Santosh Nema "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Santosh Nema 18 Jan 2017 · 1 min read बेटियां मेरी गुड़िया मेरी बिटिया मेरी अनमोल रतन तू ही तो शुकुं मेरा है तुझसे दुखों का समन तू ही दो कुलों की रखती है लाज निभाती भी तुझसे रोशन है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 823 Share