डॉ.सतगुरु प्रेमी "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सतगुरु प्रेमी 16 Jan 2017 · 1 min read वो बेटियाँ ही हैं वो बेटियाँ ही हैं हमें जीना सिखातीं । जिन्दगी-मौत के संघर्ष में, पल रहीं कांटों के मध्य हर्ष में, तीब्र गति से लक्ष्य पर वो बढ़ रहीं हैं, कामयाबी के... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 707 Share