रमा प्रवीर वर्मा "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid रमा प्रवीर वर्मा 17 Jan 2017 · 1 min read बेटियां घर में खुशियों की पहचान हैं बेटियां अपनी दहलीज का मान हैं बेटियां .. कोख में मार देना कभी मत इन्हें रूप की जैसे भगवान है बेटियां .. मन की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share