ओनिका सेतिया 'अनु ' "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियों की हाय (कविता) बेटिओंकी हाय (कविता) सितम से हार कर जब, लब हो जाते हैं खामोशें। अपने हक केलिए लड़ते हुए' जब ख़त्म हो जाये जोश । जब टूट जाती है शैतानो की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2 1k Share