MAHESH CHOUHAN "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid MAHESH CHOUHAN 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ मां की ममता है बेटियाँ । पिता की दुर्बलता है बेटियाँ । पति का पूर्णता है बेटियाँ । परिवार की रौनकता है बेटियाँ । समाज की एकता हैं बेटियाँ ।... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 923 Share