Kavi DrPatel "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavi DrPatel 14 Jan 2017 · 2 min read जाग उठी है बेटी जाग उठी है बेटी देखो अपने हिंदुस्तान की । बात हो रही सारे जग में अब उसके सम्मान की । छोटी छोटी बातों हित रोती थी घर में पड़े पड़े... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 487 Share