मर जाने दो बेटियों को...
मर जाने दो बेटियों को... लिंग परिक्षण कर भेदभाव जताया मारने को उसे औज़ारों से कटवाया इतनी घ्रणा है उसके अस्तिव से तो मर जाने दो बेटियों को घोडा-गाडी, बंगला-पैसा...
"बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017