Dushyant Kumar Patel "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 17 Jan 2017 · 1 min read "जग स्तंभ सृष्टि है बिटिया " यहाँ अजन्मी मर जाती है, क्यों माँ कि कोख में बिटिया| देवी का अनूप रुप है, जग स्तंभ सृष्टि है बिटिया | संस्कार धरोहर आन शान, रीत प्रीत धन है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 528 Share