बेटी की पुकार-------- बेटी ना मारो
फर्क नहीं बेटा बेटी में.....हो ssssss समझो मां के प्यारों। ना बेटी मारो,. ना बेटी मारो ll भगवान की इस नैमत पे ,क्यूं चलता जोर तुम्हारा बनते पाप के भागी...
"बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017