Posts Poetry Writing Challenge-3 250 authors · 5361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next MUSKAAN YADAV 30 May 2024 · 1 min read कुछ राहें ऐसी भी ... कच्चे - पक्के रास्तों पर दौड़े चले आते हैं l तलवे घिसे हुए है बच्ची के फिर भी मिलो चल जाते हैं l फटे-पुराने कपड़े गाथा अपनी गाते हैं कि... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read बीतते साल परत दर परत बिछती रही साल दर साल जिंदगी की जमीं पर उस जमीं को देखे अरसे बीत गए कभी हटाई भी परतें तो धूल से हुआ सामना साल बीतता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · नए साल पर कविता · मुक्तक · समय · समय का पहिया 77 Share Rambali Mishra 30 May 2024 · 1 min read सखि री! *सखि री! (स्वर्णमुखी छंद/सानेट )* सखि री!तुम मीत बनी जब से। यह मोहक रूप लुभावत है। मन गीत बना नित गावत है। सच में तुम हो अपनी तब से। मन... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read धूल-मिट्टी पत्तों पर जमी धूल,चिपटी है उनसे जैसे चिपटा है विकास मानव सभ्यता से.. टूट-टूटकर मिट्टी बदल गयी है धूल में, ये वही मिट्टी है जो बांध लिया करती थी सबको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · पर्यावरण · प्रकृति की छाव में · मुक्तक · हमारी प्रकृति हमारा जीवन 124 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read पसीने वाली गाड़ी घर जाने की जल्दी, ढलती शाम के साथ ढलती शाम और बढ़ता चार्ज… लेकिन यह भी तो सच है कि टैक्सी का ईंधन महँगा है बहुत तभी निगाह गयी…. सड़क... Poetry Writing Challenge-3 · *पथ संघर्ष* · कविता · मजदूर · मुक्तक · मेहनत 96 Share MUSKAAN YADAV 30 May 2024 · 1 min read जीवन का सार जीवन का सार बच्चे बड़े होकर भूले न परिवार को l व्यर्थ समय है लड़ना , उसपर न विचार हो l जीवन वही सुहाता है , जिसमे “मैं”नहीं बल्कि “हम”... Poetry Writing Challenge-3 54 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read सब मुझे मिल गया *सब मुझे मिल गया* रूप की मोहनी,प्रीत की चाहना, मीन सी है विकल, तुम विकलता हरो। प्रेम के पाश में, बांँध लो तुम मुझे, तीर विरहा चला, अब न घायल... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 110 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read बसंत अब न ठिठुरो,फैला लो बाहें जागो, प्रकृति अपनी बर्फ की चादर समेट फैला रही है नई ऊष्मा और प्रकाश, जागकर देखो चारों ओर, नई सुबह नए रंग,नई उमंग, पीत प्रकाश... Poetry Writing Challenge-3 · *प्राकृतिक संगीत* · Nature Love · Nature Quotes · कविता · बसंत ऋतु 2 87 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read बेटी हर दर्द को सहती है खुश फिर भी वो रहती है बेटी क्या है लड़की क्या है खुद को खुद से कहती है | बेटी जन्मती एक घर में पनपती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 64 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read सच की माया आज मैं हूँ उलझन में अपनों से अनबन में जो कभी सोचा नहीं वो घट रहा है जीवन में झूठ और फरेब ही क्या आज बहुमूल्य है मेहनत के पानी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · जिंदगी का सच · मुक्तक · सच · सामाजिक विसंगतियां 1 86 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read रास्तों के पत्थर कितनी दूर निकल आए हम चलते चलते मंजिलें कुछ नई हैं ,रास्ते भी एक दिन था जब देखा करते थे राहें तुम्हारी आज तुम ही बन गए हो राहें मेरी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Romantic Poetry · कविता · प्रेम कविता · मुक्तक 1 85 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read आइए मेरे हृदय में आइए मेरे हृदय में आइए मेरे हृदय में श्याम तुम आ जाइए। प्रेम का विरवा लगाकर फिर कहीं मत जाइए। मैं न, मीरा राजरानी जप सकूं दिन रात मैं, मैं... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 74 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *सुनीलानंद* "" "" *सुनीलानंद* "" *************** ( *1* ) " *सु* ", सुहृदयी प्रेम आनंद से भरा मुस्कुराए जिसका सदैव शुभानन ! और जो चले बांटते खुशियाँ ही खुशियाँ.., ऐसा है 'सुनीलानंद',... Poetry Writing Challenge-3 1 74 Share Saraswati Bajpai 30 May 2024 · 1 min read रिश्ता बनाम प्रेम जीवन के 44 बसंत पार कर अब समझ पाई हूँ मैं, रिश्तों में प्रेम ढूंढ़ना भूल ही थी मेरी । प्रेम तो सहज भाव है । ये तो निराधार है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 62 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read गीत (विदाई के समय बेटी की मन: स्थिति) गीत (विदाई के समय बेटी की मन: स्थिति) हृदय चीरती है व्यथा, बहता नयनों नीर। बाबुल तेरी लाड़ली, कैसे बाँधू धीर। पाया लाड़ दुलार है,पाई निर्मल प्रीत। बाहों का झूला... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 81 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *ईश्वर* "" "" *ईश्वर* "" ********** ( *1* ) " *ई* ", ईश करते प्रार्थना वंदन नमन नित भजते हैं श्रीहरि नाम सुमिरन ! बनाए रखना प्रभु हमपे कृपा दया.., करे हर... Poetry Writing Challenge-3 83 Share indu parashar 30 May 2024 · 2 min read बहुरंगी नारियाँ 🌹बहुरंगी नारियाँ 🌹 जिंदगी की जिंदगी हैं नारियांँ। जिंदगी में रंग भरतीं नारियांँ । नारियांँ ही शक्ति की प्रतिरूप है। नारियांँ हैं पुष्प सुरभित क्यारियांँ। *श्रृंगार रस* (संयोग श्रृंगार) महावर... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 59 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *भारत माता* "" "" *भारत माता* "" *************** *माँ भारती* करें नित जय-जयकार प्रणाम नमन वंदन आरती ! पाएं आपसे अक्षय शक्ति ऊर्जा....., और चलें आप हृदय पे राज करती !! *1* !!... Poetry Writing Challenge-3 84 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read विरह विरह कई प्रकार का होता है, पर अच्छा केवल भगवान, के नाम पर होता है। लगी विरह की पीढ़, मीरा बाई जी बन गई डीठ। जिस तन को लगती है,... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *माँ सरस्वती* "" "" *माँ सरस्वती* "" ***************** ( *1* )" *माँ* ", माँ शारदे भगवती वाग्देवी सरस्वती करते हैं नमन वंदन स्तुति ! आपसे मिलती हमको शक्ति...., करें नित बारम्बार आपकी भक्ति... Poetry Writing Challenge-3 85 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *रिश्ते* "" "" *रिश्ते* "" ******** (1)" *रि* ", रिमझिम मधुरसा चलें प्रेम बरसाए तो, बनें रहेंगे यहाँ पे सदैव रिश्ते ! और कभी ना शिकवा शिकायत करें., तो, खिल उठेंगे पड़े... Poetry Writing Challenge-3 94 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *बसंत बहार* "" "" *बसंत बहार* "" *************** *आयी बसंत बहार, सज आई वसुंधरा* चहुँओर बरस रहा , अब आनंद बहार ! चलें झूमें गाए तन मन ये जीवन धरा....., और बहे चले... Poetry Writing Challenge-3 104 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *सौगात* "" "" *सौगात* "" *********** ( *1* )" *सौ* ", सौभाग्य हमारा कि, मिली है जीवन की सौगात, करते चलें यहाँ इसका सदुपयोग ! और कभी ना करें व्यर्थ अमूल्य जीवन.,... Poetry Writing Challenge-3 82 Share Mangilal 713 30 May 2024 · 1 min read खूबसूरती हो कपड़ो में खूबसूरती या सूरत में नहीं फर्क पड़ता कोई इससे किसी को ना हो जब तक खूबसूरती सीरत में दिखना हो खूबसूरत अगर कभी तूझे तो सूरत से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · खूबसूरती · खूबसूरती की तहकीकात 4 1 84 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *आओ गीता पढ़ें* "" "" *आओ गीता पढ़ें* "" ***************** *आओ पढ़ें सीखें समझें गीता* जीवन में उतारें श्रीमद्भगवद्गीता ! लिख पढ़कर समझके नित्य गीता....., फिर औरों को सिखाएं पढ़ाएं गीता !! *1* !!... Poetry Writing Challenge-3 90 Share सुनीलानंद महंत 30 May 2024 · 1 min read "" *मैंने सोचा इश्क करूँ* "" "" *मैंने सोचा इश्क करूँ* "" ********************* ( *1* ) *मैंने* सोचा इश्क करूँ, करूँ स्वयं से बेइंतहा प्यार ! और चलूँ बाँटता सभी में प्रेम मोहब्बत.., बहाता रहूँ सदैव... Poetry Writing Challenge-3 79 Share manorath maharaj 30 May 2024 · 2 min read मन-क्रम-वचन से भिन्न तो नहीं थे मन-क्रम-वचन से भिन्न तो नहीं थे बेशक हम पढ़े - लिखे कम थे समझते ज्यादा थे, बोलते कम थे और स्वभाव से नम थे। हम आसानी से जान जाते थे... Poetry Writing Challenge-3 1 74 Share Awadhesh Singh 30 May 2024 · 1 min read नज़्म - चांद हथेली में नज़्म - चांद हथेली में *************** चांद यूं आसमां पर तन्हा अकेला है चांदनी यूं जमी पर तन्हा अकेली है... फिजा में खुद को खुद से खोजता हूं ये अनबूझी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Love · Love Poem · Love Poetry · कविता 1 168 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 30 May 2024 · 1 min read अंधी पीसें कुत्ते खायें। सरकार हमारी बड़ी महान योजनाओं पर करती काम। बड़ी-बड़ी वह योजना लाती पूरे देश है में उसे फैलाती। भूखों की भूख मिटाने हेतु दाल और अनाज बंटवाती। गरीब कल्याण की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 97 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 30 May 2024 · 1 min read नशा किस बात का है। है मनुष्य कर ले नशा मगर पर बता नशा किस बात का है। शराब का है या सवाब का है धन दौलत और मान का है या अपनी झूठी शान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share Awadhesh Singh 30 May 2024 · 1 min read वैनिटी बैग वैनिटी बैग ************ आज पहलीबारी तुमसे छुपा फुरसत में खोल ही लिया तुम्हारे हाथ में यह जो रहता है यदि देखा जाए तो वह मेरे हाथ की जगह है काश... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Love Lines · Love Poem · Love Poetry · कविता 2 94 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read उसने विडियो काल किया था मुझे उस एक रिश्ते के अनायास ही टुटने के बाद जो उसके और मेरे दरमिया था आज लगभग दस बरस बाद उसने विडियो काल किया था मुझे अब भी नही बदली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 133 Share ABHA PANDEY 30 May 2024 · 1 min read *नारी हूं मैं* *नारी हूं मैं* नारी हूं मैं क्या नहीं कर सकती... उलझे हुए मन को, पढ़ सकती हूं मैं। उजड़े घरोंदे सहेज सकती हूं मैं। बिखर बिखर कर खुद को, समेट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 58 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read बहन आती सदा रहना बहन आती सदा रहना ये साझा दुख हमारा है, हमारी मांँ का यों जाना। अकेला छोड़कर मुझको, न मन से दूर तू जाना। बहन हर तीज पर आना, बहन त्योहार... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 80 Share ABHA PANDEY 30 May 2024 · 1 min read *शब्द हैं समर्थ* यह शब्दों का मेला है, हर शब्द यहां अलबेला है। शब्द चाहे कैसे भी हों, पीड़ा हर सकें तो अर्थ है, राह दिखाएं तो अर्थ है, वरना सब व्यर्थ है।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 77 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read विवाहित बेटी की उलझन विवाहित बेटी की उलझन खुद को हारा सोचती, पाती हूँ लाचार । उठा न पाऊँ फोन मैं, हों पापा बीमार।। बहन , बहू , पत्नी बनी, माँ बन सींचा प्यार।... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 61 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read मैं बनती अभिमान मैं बनती अभिमान बोध हुआ मातृत्व का, फैल गया उल्लास। हर्षित थे सबके हृदय, थी बालक की आस। माँ तुम ही सहमी डरी, थी बिल्कुल चुपचाप। मन में आतंकित बहुत,... Poetry Writing Challenge-3 65 Share Khajan Singh Nain 30 May 2024 · 2 min read "संक्रमण काल" यह मिल कर आपदा को खत्म करने की लड़ाई है, मानव पर संकट बन कोरोना वायरस आई है । लेकिन सारी क्षमता तो इसी में खर्च कर दी, लड़ाई दुश्मन... Poetry Writing Challenge-3 65 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read न जाने किसकी कमी है फूलों से महकते बाग फिर भी सूनी जमी है न जानें किसकी कमी है , न जानें किसकी कमी है | चहकते हैं पक्षी यहां कोयल भी कूकती है न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 84 Share पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल) 30 May 2024 · 1 min read ऐ मेरी जिंदगी ऐ मेरी ज़िंदगी तुम मुझसे करीब से मोहब्बत करती रही, और मैं जाने कहाँ मुद्दत से तुम्हें तलाशती रही, ऐ प्यारी जिन्दगी मेरी, मेरे मन के आवारापन में तू मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 112 Share उमा झा 30 May 2024 · 1 min read 30 वाॅ राज्य 30 वाॅ राज्य सब मोदी की ही करते जय जयकार, किन्तु मैं दूं धन्यवाद विपक्षी तुम्हार । तुम सब मिलकर ही कीचड़ बनाया, देश के सोए जनता को झकझोर जगाया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 109 Share manorath maharaj 30 May 2024 · 2 min read मन मसोस कर। सह लेता हूं सबकुछ मन मसोस कर । उस आदमी का बुढ़ापा सिहर गया था उस दिन जब उसका आत्मज आंख तरेर कर बोला था आपने मेरे लिए किया ही... Poetry Writing Challenge-3 76 Share manorath maharaj 30 May 2024 · 3 min read मन ही मन घबरा रहा था। मैं मन ही मन घबरा रहा था एक दिन अचानक दूर से दिखे रामाकांत भाई बहुत ताज्जुब हुआ बंगलोर जैसे शहर में जिसने तीस वर्ष से ज्यादा गंवायी, गांव की... Poetry Writing Challenge-3 80 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read अतीत याद आता है अचानक हवा का कोई झोंका मेरे सामने से गुजर जाता है मुझे मेरी स्मृति को अपने साथ लेकर मेरे अतीत तक की सैर कराता है वह चेहरा जो अब स्मृति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 81 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read जानेमन नहीं होती गम की दहलीज पे मुसीबत कम नहीं होती, सफर ए इश्क की कोई मजिल नहीं होती | होकर परेशां जिंदगी से मौत करीब लगती है करीब से देखो जिंदगी भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 101 Share Usha Gupta 30 May 2024 · 1 min read परवर दीगार २५) " परवर दीगार " ए खुदा परवर दीगार सुनता है तू सबकी पुकार अब सुन तू मेरी भी पुकार । हम सब तेरे नेक बंदे हैं मुश्किल में फंसे... Poetry Writing Challenge-3 2 61 Share Bodhisatva kastooriya 30 May 2024 · 1 min read विभजन हमको कोई क्या बांटेगा? हमने खुद को बंlटा है जाति, वर्ण,गोत्र,और उपजातियों में! अब कैसे पुनरमिलन हो बिन- वैवाहिक बंधन अंतरजातियों में? ब्राह्मण,वैश्य,क्षत्रिय,शूद्र भी बटे , पंजाबी,बंगाली,मराठी,गुजरातियो मैं!! देश बंटा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 95 Share VEDANTA PATEL 30 May 2024 · 1 min read आकांक्षा : उड़ान आसमान की....! “” अनुमान, लक्ष्य, साधना-संकल्प, धारणा, लगन, संसाधन-विकल्प… और एक आश एक विश्वास…! पर्वत से ऊँची राह, अपने मन से ही बातें होती.. अपने मन की है एक कल्पना, और लगन... Poetry Writing Challenge-3 83 Share SURYA PRAKASH SHARMA 30 May 2024 · 1 min read ज़िन्दगी जिंदगी को गहराई से समझना चाहा, तो सवाल ये उठा कि — क्या ज़िन्दगी पैदा होने से लेकर पढ़ाई करने, नौकरी लेने, शादी करने, बच्चे पैदा करने, और मर जाने... Poetry Writing Challenge-3 · Life · अकविता। · जिंदगी एक पहेली 1 171 Share Santosh kumar Miri 30 May 2024 · 1 min read चांद का टुकड़ा *चांद का टुकड़ा* चांद का टुकड़ा जैसी है तेरी मुखड़ा काली काली घटा सा केश है तुम्हारी इतना सुंदर चेहरा में मुस्कान है प्यारी छोटा सा। चांद का टुकड़ा..... संगमरमर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 137 Share Previous Page 10 Next