Dr. Upasana Pandey Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Upasana Pandey 24 May 2024 · 1 min read विनती विनती मानव अंग, अनंग प्रभावी, कलियुग में चहुँ ओर विकारी। कहाँ छिपे हो, हे अविकारी ! हम पर पड़ी विपदा भारी । रसातलोन्मुख जीवनशैली हमारी, भौतिक वाद के समक्ष मानवता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 128 Share Dr. Upasana Pandey 24 May 2024 · 1 min read स्मृतियाँ स्मृतियाँ स्मृतियाँ जब कभी मस्तिष्क को अपने पाश में लेती , सद्यः हमें वर्तमान से भूतकाल में ले जातीं। बीते हुए उन क्षणों को हम पुनः जी लेते । क्षणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 120 Share Dr. Upasana Pandey 24 May 2024 · 1 min read असहाय मानव की पुकार असहाय मानव की पुकार असहाय मानव की करूण पुकार, सुन लो हे प्रभु ! तारणहार । अज्ञानता का फैला अंधकार, ज्ञानदृष्टि दे मिटाओ सर्व विकार । षड्विकारों का पड़ा प्रहार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 123 Share Dr. Upasana Pandey 24 May 2024 · 1 min read अंततः कब तक ? अंततः कब तक ? प्रभुकृपा से प्राप्त मानव- तन दुर्लभता को भी जानकर, क्यों मोह - ग्रसित हुआ अधीर-मन जग-नश्वरता को भी देखकर । स्थूलता के चरम पर पहुँचा तो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 81 Share Dr. Upasana Pandey 24 May 2024 · 1 min read तू नर नहीं नारायण है तू नर नहीं नारायण है तू नर नहीं नारायण है। यदि मनुष्य कर्त्तव्यपरायण है। मानव में षड्गुण है अमूल्य, मानवता की मर्यादा जिनका मूल। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने भी इसी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 142 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read अब तो आई शरण तिहारी अब तो आई शरण तिहारी कृष्ण मुरारी ! हे गिरिधारी ! कब सुध लोगे बाँके बिहारी ? सारे जतन करके हम हारी, अब तो आई शरण तिहारी । हम पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 120 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read परम लक्ष्य INT NOTE परम लक्ष्य जीवन लक्ष्य का निर्धारण बड़ा विकट इसका सम्पादन। प्रतिक्षण परिवर्तन इसका कारण उस पर भी मन का आलम्बन । कब किसको हूँ वरीयता सब विषयों से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 127 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read भव- बन्धन भव - बन्धन जन्म-मरण का भव बन्धन, सुख-दुःख का यह मन्थन, जीवों का करूण क्रन्दन व्यथित कर देता यह मन । चाहे जितना हो सुख- साधन रिश्तों में कितना भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 1 94 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read शरणागति शरणागति जय गिरिधारी, जय घनश्याम, रटती हूँ मैं सुबहो शाम । कण-कण में रहते भगवान कहते हैं यह वेद - पुराण । हर प्राणि से करती नेह किस रूप में... Poetry Writing Challenge-3 1 79 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read योग की महिमा योग की महिमा योग की अद्भुत प्रक्रिया, जो नर करता नित्य क्रिया। उत्तम स्वास्थ्य लाभ वह पाता, जीवन जीने की राह बनाता । योग का जब होता आरम्भ, देह भान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 77 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read कभी सोचा हमने ! कभी सोचा हमने ! कभी सोचा हमने ! सूखे को संकट क्यों' आया ? कभी जाना हमने ! प्रकृति ने कहर क्यों ढाया ? कभी समझा हमने ! भूकंप से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 88 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read निर्मल भक्ति निर्मल भक्ति मानव जीवन एक फुलवारी , जिसके हैं माली गिरिधारी । प्रेम-सिंचन से फैले हरियाली, भक्ति से महके डाली-डाली। माया की प्रकृति है काली, जीव -बुद्धि भ्रमित कर डाली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read फकीर का बावरा मन फकीर का बाँवरा मन हृदय का स्पन्दन कहता है। तू मेरे दिल में रहता है। जब सारा जग सोता है। मन मेरा तुझमें रमता है। दिन और रात का ध्यान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 81 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read सच्ची प्रीत सच्ची प्रीत प्रीत की रीत पुरानी हार पर जीत सयानी मिलन-वियोग की कहानी दुनिया ने है बखानी। मिलन का जो होता आनन्द वियोग बिना न पहचानी। रास में अनुभूत परमानन्द,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 74 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read भावुक हृदय भावुक हृदय भावुक हृदय में ही होता प्रेम का संचार। स्व व्यथा क्या ? पर-व्यथा में बहती अश्रुधार। मातृप्रेम ही होता इसका आधार। राष्ट्रप्रेम का होता यह आगार । सद्गुणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 108 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read भक्ति- निधि भक्ति - निधि भक्ति की अनमोल निधि, मिलती हमको किस विधि। जब होता इसका भान, प्रभु की मिलती सन्निधि । प्रभु-कृपा से होता संज्ञान, हृदय से मिटता सारा अज्ञान। सृष्टि-रहस्य... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 87 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read वसंत पंचमी वसंत पञ्चमी माँ सरस्वती का दिन स्मरण रहे पल छिन। कहता वसंत पंचमी का दिन, मनुष्य न रहे ज्ञान बिन । अज्ञान से जब मन हो मलिन तब ज्ञानदीप करे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 90 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read अन्तर्मन अन्तर्मन अन्तर्मन का सत्य कथन यदि सुनता मानव- मन न होता भ्रष्टाचार न ही कोई दुराचार करुणामय होता संसार समता होती नर हो या नार। अधिकार होते संरक्षित किसी से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 84 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read प्रभु -कृपा प्रभु-कृपा प्रभु-चरणों की है आस । उनसे ही चलती है श्वास । कण-कण में उनका है वास । यही हमारा है विश्वास । माया का जो है पाश । उससे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 99 Share Dr. Upasana Pandey 23 May 2024 · 1 min read आने वाला कल आने वाला कल जीने की चाहत व्यथाओं से आहत इस तरह आज होती जा रही, जिस तरह धूप की तपिश मौसम की दबिश फूलों को तार-तार करती जा रही। है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 81 Share Dr. Upasana Pandey 19 May 2024 · 1 min read एक झलक एक झलक अहंकार का घड़ा है फूटा, रिश्तों से है नाता टूटा, तेरी एक झलक के पश्चात्, जग से है नाता छूटा । तुझसे जब से लागी लगन, हृदय प्रेम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 108 Share Dr. Upasana Pandey 19 May 2024 · 1 min read प्रभु हैं खेवैया प्रभु है एक खेवैया हृदय की तरंगिणी में, बहती जीवन की नैया । सुख-दुःख की हिलोरे, तू ही है एक खेवैया । माया के पाश-बध में, जग है भूल -... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 103 Share Dr. Upasana Pandey 19 May 2024 · 1 min read सर्वश्रेष्ठ कर्म सर्वश्रेष्ठ कर्म रंगमंच जग है सारा, हम इसके किरदार । अभिनय का खेल हमारा, प्रभु हैं सृजनहार । पाप-पुण्य का मर्म गहरा, नव - चिन्तन हर बार । आत्मा पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 124 Share Dr. Upasana Pandey 19 May 2024 · 1 min read राम- नाम माहात्म्य राम नाम माहात्म्य जय राम श्री राम जय जय राम, अद्भुत है मेरे श्रीराम का नाम । कर लो तुम राम नाम का जाप, मिट जाएँगे तुम्हारे सारे पाप। प्रभु... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 2 139 Share Dr. Upasana Pandey 19 May 2024 · 1 min read प्रभु श्रीराम प्रभु श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं श्रीराम, उनकी छवि है अभिराम । मोक्षदायक पावन सीताराम, सुमिरन कर ले तू अविराम । नित्य निरन्तर करके जाप , मिट जाएँगे तेरे सारे पाप... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 104 Share