संवेदनाओं का भव्य संसार
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम संवेदनाओं का भव्य संसार। लंका का राजा रावण,सवंदेन विहीन पशुवत व्यवहार। कौशल्या,सुमित्रा ममतामयी दिव्य स्वरूप मंथरा भयी संवेदनविहीन,प्रभाव कैकयी बनी विवेकशून्य। संवेदनाओं का पतन, दिया श्रीराम को...
"संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता