Dr. Priya Gupta "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Priya Gupta 3 May 2024 · 1 min read *संवेदना* *संवेदना* नहीं रही संवेदनाएं, बस रह गई है अपेक्षाएं। अहंकार युक्त दूषित मन, स्वार्थ से भरे हुए मन, आधुनिकता के इस युग में, इस कलयुग में क्या ढूंढ रहे हो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 94 Share