Khajan Singh Nain "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Khajan Singh Nain 3 May 2024 · 1 min read विकास तकनीकी विकास हो रहा है नैतिकता की कीमत पर, दयाभाव उभरता है मानवता की किस्मत पर. मानवीय नैतिक मूल्य रसातल में जा रहे हैं, जो मशीन के लिए सही हैं... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 55 Share Khajan Singh Nain 1 May 2024 · 1 min read चरित्र क्या सफेदी अपने आप में दिखाई ना देने वाली चीज है ? या फिर लोग नहीं देखते इसकी मुझे खीझ है. या शायद मेरे ऐसा चिलाने में भी कोई भेद... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 43 Share Khajan Singh Nain 1 May 2024 · 1 min read मणिपुर की वेदना बेज़ार रो रहा है देश महसूस कर मणिपुर की वेदना, पर ‘उनको’ महसूस नहीं होता, खो चुके हैं संवेदना। बस्ती के साथ मानवता भी जल रही है, सत्ता की हवस... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 83 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना इंसान संवेदना को ईश्वर प्रदत गुण के रूप में पाता है, पर कहते हैं पत्थर हो जाओ तो जीना आसान हो जाता है। पत्थर हुए तो जाना कि वहाँ तो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 72 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read दीपावली की दीपमाला दिवाली पर्व है जीवन को रोशनी से जगमगाने का, पर्व, जीवन के अंधेरों को रोशनी से मिटाने का। दिवाली प्रतीक है जीवन में प्रकाश के रंग भरने का, जीवन में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 49 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read अक्षम_सक्षम_कौन? कोरोना ने नए-नए सबक़ बहुत सिखाए हैं, लोगों को फ़ुरसत में समझ बखूबी आए हैं। वक्त के साथ मिले गहरे अनुभव हर रोज़ नए, कोरोना काल में सहज ही सहन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 71 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read सवाल करना तो बनता है रिश्ते औपचारिक हो कर ऐसे ही धीरे-धीरे मरते हैं, आज हम संवेदनाएँ भी मैसेज से प्रकट करते हैं। सोशल मीडिया पर अजीब-अजीब चैलेंज आ रहे हैं, दंपत्ति की फ़ोटो डाल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 54 Share