Bodhisatva kastooriya "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read पंचायती राज दिवस बूद बूद से भरे घडा, कयू तू अकेला खडा? एक और एक ग्यारह! पंचायती राज पौ बारह!! अपनी समस्या अपनो हल! जीवन भनो रहै सदा सरल!! कोर्ट कचहरी से निजात!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 120 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read राजनीति राजनीती आज कितनी बदहवास हो गई! कर्मठ कर्मयोगी छोड गुडो की दास हो गई!! कुछ करते है केवल पैत्रक व्यवसाय की तरह! प्रजातंत्र बेमानी,उनके परिवार की खास हो गई!! प्रधान... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 75 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read पृथ्वी दिवस इस पृथ्वी के हम सब ऋणी है! इसकी दक्षिणा क्या कभी गिनी है? देती है शुद्ध वायु,जल,फल-फूल, सुगंधित सुरम्य वातावरण धनी है!! बदले मे हम दे रहे मात्र उसे प्रदूषण!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 99 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read श्रमिक दिवस मई दिवस की हार्दिक शुभकामनाए! श्रमिक संताप से कुठित ममभावनाए!! आठ घंटे का मिलता है केवल वेतन! 10-12 घंटे कार्य करने की प्रताडनाए!! पँजीपति औ श्रम विभाग की साठगाठ, होती... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 80 Share Bodhisatva kastooriya 22 Apr 2024 · 1 min read प्रदूषन इस पृथ्वी के हम सब ऋणी है! इसकी दक्षिणा क्या कभी गिनी है? देती है शुद्ध वायु,जल,फल-फूल, सुगंधित सुरम्य वातावरण धनी है!! बदले मे हम दे रहे मात्र उसे प्रदूषण!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 148 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read सहधर्मिणी पाकर साथ तुम्हारा हूं मैं अति सौभाग्यशाली! बीते गए वर्ष 32 नहीं कभी कोई गुफ्ता गाली!! सहपाठी-सहधर्मिणी सा साथ निभाया तुमने, तुम हो उपवन मेरा, मैं हूं बस उस्का माली!!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 138 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read कुर्सी अब हमे कही कोई पहचानता नही! क्या फर्क पडता ,कोई जानता नही? सब थी पद और कुर्सी की महिमा! लोग करते थे खुशामद,महानता नही!! दुनिया करती चमत्कार को नमस्कार! चमत्कार... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 91 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read दरवाज़े मैने अपने दिल के दरवाजे तो खोल रखे है! राहगीर भी देख सकता है कौन-कौन रखे है? इस्तकबाल हर उस शख्स का जो साफगोई, चेहरे से नही,आज़माकर दोस्त-दुश्मन रखे है!!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 93 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read फसल बोई नही कोई अच्छी सी फसल मैने, उग आए खर-पतवार.तो सभालू कैसे? कश्ती जो तूफा मे ही ले निकल पडा, डूबने से बचू खुद,औरो को बचालू कैसे? मैने स्याह रातो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 99 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read इल्म मैने यू ही नही जिन्दगी के 72 साल बर्बाद किए! किसी को दिल से निकाला,कुछ को आबाद किए!! परिन्दो को कब तलक कैद करके पिजंडे मे रखते? जब तलक उनका... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 95 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read आदर्श नभ मे तारे अगणित है,पर ध्रुव की बात निराली है ! अमावस्या या पूर्णमासी उसकी स्थिति स्थिर वाली है!! पर मानव ने उसको कभी अपना आदर्श नही माना, बदले संदर्भो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 101 Share