Vishnu Prasad 'panchotiya' "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Vishnu Prasad 'panchotiya' 1 May 2024 · 1 min read हे कृतघ्न मानव! हे मानव! तू कितना कृतघ्न है। जिस वृक्ष ने तुझे जीवन दिया तु उसे निर्दयता से काटा जा रहा तू इतना निर्दय कब हो गया? जो तुझे सांस देते रहे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 44 Share