Buddha Prakash "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 1 May 2024 · 1 min read संवेदना सहज भाव है रखती । न मरती है संवेदना , न मिटती है संवेदना, शांत भले ही हो, पल भर मे जगती है संवेदना। न जाने कब और किस पल ? छू ले किसी का... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 115 Share Buddha Prakash 1 May 2024 · 1 min read बना रही थी संवेदनशील मुझे जब मै टहल रहा मदहोस था, सुना , रोते किसी को बागो में, फल लदे हुए थे वृक्ष की गोद मे, ना भूख थी, ना बेहोश थी, आंँसू मे डूबे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 110 Share Buddha Prakash 1 May 2024 · 1 min read मूक संवेदना संवेदनाये क्या कहती है ? दुख दर्द को खूब समझती है, सुख की अनुभूती करती है, मूक होकर भी शब्द कहती है। संवेदनाये एक जाग्रति है, चेतनाये कही जुड़ी है,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 87 Share Buddha Prakash 1 May 2024 · 1 min read संवेदनाएं मत पालो ये भ्रम मन में, वेदनाएं विलुप्त हो गयी है , संवेदनाएं कही खो गयी । जगाती है तुम्हे तुमसे, जोड़ती है तुम्हे उनसे, संवेदनाएं यही कही है। एक... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 79 Share