Saraswati Bajpai "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Saraswati Bajpai 5 May 2024 · 1 min read संवेदना जगत की इस दौड़ में अब नित खो रहीं संवेदनाएँ, कल्पना के शिखर चढ़ने को पाँव तले दबती संवेदनाएँ, इतनी जल्दी में सभी हैं छोड़ भागे संवेदनाएँ, सुख में हों... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 81 Share Saraswati Bajpai 5 May 2024 · 1 min read संवेदनाएँ संवेदना रस है चेतनता का यही तो फर्क है जड़ व चेतन का । जैसे पेड़-पौधों में जल, रस बनकर उन्हे संवारता है। ऐसे ही जीव की संवेदना का स्तर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 88 Share