Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 22 Feb 2024 · 1 min read युद्ध का आखरी दिन लड़े बड़े शोर से निर्भय और जोश में । अंग से अंग टूटे युद्ध के इतिहास में ।। कौन देश पाया होगा? क्या वेश पाया होगा । रक्त से रंजित... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 55 Share प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 22 Feb 2024 · 1 min read नेतृत्व धीर का स्वभाव वो जला सके सुषुप्त भी । प्रमुख हो प्रबुद्ध हो जीव के प्राण भी ।। एक ही हुंकार हो मानवों के देह में । जय जय कार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 70 Share Neeraj Agarwal 22 Feb 2024 · 1 min read अंहकार शीर्षक - अंहकार ************* अंहकार का सच सभी जानते हैं। अपने अपने स्वार्थ हम पहचानते हैं। जीवन में बस समर्पण और हम रहते हैं। मैं तो अंहकार का नाम हम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 119 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "डोली बेटी की" जब द्वारे से बेटी की डोली चली, छोड़ चली बाबुल का घर,प्यारी कली। माँ ने ममता से लोरी सुनाई थी गोद में, बाहों में झुलाया पिता ने बेटी को मोह... Poetry Writing Challenge-2 · डोली बेटी की 118 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "सैनिक की चिट्ठी" सुनो ! अब मैं लौट के न आऊंगा, एक केसरिया कफन साथ लाऊंगा। सुनो नवबधू मेरी तुम रोना मत, दिखाकर प्यार के चार दिन । मुझे भूलकर तुम प्यार, भारत... Poetry Writing Challenge-2 · सैनिक 1 100 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "ओट पर्दे की" ओट की आड़ में एक प्रीत की मुस्कान, देख रहा था चंद्र चकोर को ,एक ही चितवन। पर्दा शब्द ही नही, इसके भाव है , दुल्हन करती है घूँघट ,चुनरी... Poetry Writing Challenge-2 · पर्दा 1 177 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "एक दीप जलाना चाहूँ" दिया बाती को जीवन साथी बनाना चाहूँ, उसकी ज्योति को जगमगाना चाहूँ। एक दीप बिखरे जीवन की क्यारी पर, एक दीप सफल जीवन की तैयारी पर । एक दीप तन... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक 183 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "गंगा माँ बड़ी पावनी" गंगा माँ है पवन धाम, आओ हम सब करें प्रणाम। बहती जाएं जो ,वह स्वर हैं गंगा, भोलेनाथ के जटाओं से ,निकली हैं गंगा। बहती नदी रुकती नही , ममता... Poetry Writing Challenge-2 · माँ गंगा 171 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी" मीरा का अदभुत प्रेम, अद्भुत विरह वेदना थी, विकल वेदना चुभ जाती थी, वो भी वह सह जाती थीं। नयनों से आसूं ना रुक पाते, आंखे भी प्रेम का दर्पण... Poetry Writing Challenge-2 · मीरा का प्रेम 388 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "कोशिशो के भी सपने होते हैं" कुछ शब्दों को लिखने का, कुछ जेहन की सिलवटों का । एक नन्ही सी चींटी ,जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारो पर सौ बार फिसलती है। मन का विश्वास... Poetry Writing Challenge-2 · कोशिश 1 218 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "घर की नीम बहुत याद आती है" मेरे घर पर एक नीम है जो याद बहुत आती है, हरी भरी नीम एक महक दे जाती थी। पापा की एक खटिया बिछती थी, गांव की सब सखियां ,बहने... Poetry Writing Challenge-2 · नीम 2 220 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "भाभी की चूड़ियाँ" भाभी की चूड़ियाँ, माँ की याद बहुत दिलाती है, माँ के ना होने के बाद, पीहर में माँ का एह्सास बहुत कराती है। भाभी तू न होती तो किसकी खनकती... Poetry Writing Challenge-2 · चूड़ियाँ 1 286 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "आँगन की तुलसी" मन तुलसी , तन तुलसी जन जन के घर की तुलसी। जब जब कविता ने लिया, चौपाई का नाम, मतलब इसका एक है, तुलसी के प्रभु राम। रामचरितमानस लिखा, लिखा... Poetry Writing Challenge-2 · तुलसी 159 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "दर्पण बोलता है" दर्पण कितना सपाट होता है, सब जस का तस लौटा देता है। दर्पण कभी झूठ नहीं बोलता है, सबको सच्चाई का एहसास करा देता है। किसी से ना छुपाव ना... Poetry Writing Challenge-2 · दर्पण 170 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "शाम की प्रतीक्षा में" जज्बाते जिगर कैसे कहूं मैं, कि हर शाम इंतजार करूँ मैं। तुम आओगे, है ये तुम्हारा वादा , तेरे वादे का इंतजार करूँ मैं। यही दुआ भगवान से करूं, की... Poetry Writing Challenge-2 · शाम 119 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... Poetry Writing Challenge-2 · फितरत 122 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "बहनों के संग बीता बचपन" बहनों के संग ऐसा बीता बचपन, प्यार और करुणा से भरा रहता था मन, जैसे एक टोली थी, बड़ी से छोटी ,छोटी से बड़ी, जैसे एक हाथ की पांचो उंगली... Poetry Writing Challenge-2 · बहने 148 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "वेश्या का धर्म" पाटलिपुत्र के चक्रवर्ती सम्राट अशोक की अनूठी कहानी थी, नगरवधू विंदुमती एक वेश्या की कहानी थी। जो दोनों के बीच की, एक घटना थी, बात हल्की नही, बड़ी गहरी थी।... Poetry Writing Challenge-2 258 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "किस बात का गुमान" किस बात का गुमान करता है बन्दे, पाकर गुमान ना कर, खोने का गम मत कर। भूकम्प का एक झटका आता है, पल भर में सब छीन जाता है। जब... Poetry Writing Challenge-2 · अभिमान 155 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "स्वार्थी रिश्ते" जो दिल के रिश्ते होते हैं , उसमे सहूलियत दिखती है । जो दिमाग के रिश्ते होते हैं , उसमे चालाकियत दिखती है। साजिश रचने वाले ,कोई गैर नही, जो... Poetry Writing Challenge-2 · बिगड़ते रिश्ते 1 169 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "द्रौपदी का चीरहरण" परिणाम दुर्योधन के अपमान का, किया पांचाली का चीरहरण । दुर्योधन को ना था आभास, की हो जायेगा कौरवों का विनाश। पांचाली कछ में कर रही थी श्रृंगार, दुशाशन लोक... Poetry Writing Challenge-2 · महाभारत 160 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "मोहे रंग दे" मोहे ऐसे रंग दे, मैं किसी को नजर न आऊं, जैसे रंग फूलों का वैसे ही रंग जाऊं। वसंत में टेसू के रंग, खेतों में सरसों के रंग, मोहे रंग... Poetry Writing Challenge-2 · रंग 113 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "मेरी बेटी है नंदिनी" मेरी कविता के हर पन्नों की, संस्कार है बेटी, मेरी कविता की, अलंकार है बेटी। मेरे कविता की, श्रृंगार है बेटी, क्या लिखूं मेरी भावनाओं की, सार है बेटी। मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · बेटी पर कविता 151 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "पूनम का चांद" पूनम के चांद की यह निर्मल श्वेत चांदनी, रात्रि की अदभुत सौंदर्य को बढ़ाती है। कवियों की यह कल्पना है , सौंदर्य की सीमाएं पार कर जाती है। गहरी काली... Poetry Writing Challenge-2 · चांद 145 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "आधुनिक नारी" मैं हूँ आधुनिक नारी, जीती हूँ खुद्दारी से, हारती नही हूँ उन अभिमानी लोगों से, मैं हूँ स्वाभिमानी नारी। मैं वो हुं जो दिये की लौ बनती हूं, घर आंगन... Poetry Writing Challenge-2 · नारी कविता 162 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "वचन देती हूँ" कुछ इस तरह रहूंगी प्रियतम तुम्हारे संग, पवित्र इस तरह प्रयाग में,बसी गंगा की तरह । तुम्हारे जीवन को शीतल करती रहूंगी, अमृत जल की तरह । शिव के मस्तक... Poetry Writing Challenge-2 · अनमोल वचन 139 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "रातरानी" मुझमे जाने कितनी महक समायी, अरे मैं हूँ रात्ररानी । आहट होते ही मचल जाती हूँ, आकाश तक चली जाती हूँ । सुवासित करे जो रोम से प्राण तक, नेह... Poetry Writing Challenge-2 · रातरानीपुष्प 111 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "अवध में राम आये हैं" अयोध्या के हो गए श्रृंगार, श्रीराम के आने से, धरती का हुआ अभिनंदन, पावन पग ढाने से। माथे लग गया चंदन, करें हम सब वंदन, श्री राम श्री राम मेरे... Poetry Writing Challenge-2 · अयोध्या 143 Share धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर 22 Feb 2024 · 8 min read धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर की ग़ज़लें 1 *अजब मामला* बड़ा ही अजब मामला हो गया! अचानक था जब सामना हो गया!! छिपाते रहे हाल दिल का मगर! ग़मे ज़िंदगी आईना हो गया!! हमेशा निभाता वफ़ा का... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 76 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read क्या कभी ऐसा हुआ है? क्या कभी ऐसा हुआ है सब कुछ ही पैसा हुआ है ? क्या कभी यूँ भी हुआ है पूरी हर दिल की दुआ है? क्या कभी ऐसा भी होगा पंजाब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 96 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read प्रेम की परिभाषा विलग उसके लिए प्रेम -हृदय के उद्गारों की परिभाषा और वो तो है शिकारी- करे बस देह की आशा I उसके लिए है प्रेम- प्रियतम की पूर्णतया दिल से की पूजा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 99 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read डर के आगे जीत है ! नजदीकियाँ किसी की चुभने लगे तुम्हें जब फासले बढ़ा कर देखो ,शायद प्यार हो जाए ! ख़ुशी पाने को दांव पर -जब लग जाये खुशी ही तब दुखों को प्रेरणा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 131 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read कभी आओ मेरे शहर में कभी भूलो कभी भटको ,तो आओ मेरे शहर में कभी जागो कभी भागो ,तो मिल लो दोपहर में I कभी जब सांसें लगे ,पत्थर से अधिक बोझिल कभी गुम होने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 74 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read किसी दिन .... किसी दिन वो पल भुला देंगे , किसी रोज कर लेंगे किनारा हम , किसी सुबह मुस्कुरा के कह देंगे याद आते हो बहुत ही कम ! किसी शाम तनहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 88 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read नूतन संरचना बजे जब मन की मधुर वीणा उठे जब तन में कोई तृष्णा हृदय के तार हो झंकृत हो नूतन स्वरूप संरचना I प्रकृति का हो सान्निध्य मन रहे न अनमना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 92 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read यहीं सब है यहीं सुख है ,यही दुख है यहीं स्वर्ग है ,यहीं नर्क भी साम्राज्य यहीं रावण का है मगर राम राज्य भी यहीं I भटक कर ,उलझ कर न होगा कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 132 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read नूतन रूप धर के तो देख ! करो खोटी यादों का तर्पण तोड़ो निकृष्ट वादों का दर्पण जिसे भी जो चाहे फिर कर दो तन ,मन, धन ,गगन अर्पण I जला बेबसी की तस्वीरें लिख नई तू... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 83 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read शब्द जो कर दें निशब्द शब्दों का महत्व है अद्वितीय, उनके बिना जीवन असम्भव है। सभी भाषाओं में छुपे ये मोहक ,आकर्षक अलंकार शब्द तीर तो चुभ जायें, नहीं तो माधुर्य की झंकार। ये मोहक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 157 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read ये दिल किसे माने : अपने और बेगाने ? अपने और बेगाने, ये कैसे माने जाते हैं? दिल की बातों सही हैं- कैसे पहचाने जाते हैं। अपनों के साथ खुशी और दुख में, हर लम्हा बिताते हैं हरदम साथ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 62 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read चल चित्र का संसार चलो चलें एक यात्रा पर, सिनेमा की दुनिया में खो जाएं। कहानियों की उड़ान भरें, जीवन को बहु सतरंगी बनाएं। दृश्य जो दिखते हैं आँखों को, कप्ल्निक दुनिया की उड़ान... Poetry Writing Challenge-2 1 72 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read निशाचार निशाचार दुख हैं ,दर्द हैं हर कोने में दरिद्रता के व्यापारी हैं । जीवन के मायने ही बिगाड़ दिए, आशा के संसार उखाड़ लिए। काले धुंधले रातों में, निशाचार की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 131 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read सपने सुहाने उज्जवल सपनों में खो जाओ, पीड़ा भूलकर जब भी सो जाओ। स्वप्न महल के सुरम्य परिसर में झूम जा, मनोरंजन कर, बिन परमार्थ जन्नत में भी घूम आ। कल्पना की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 55 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read भ्रमण भ्रमण का आनंद ले बंदे, अभी तो श्वास बाकी हैं ! नए स्थानों का कर तू सैर करोड़ों आस बाकी हैं ! गिरी की ऊँचाइयों पर बर्फ में खो भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 106 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read तरंगिणी की दास्ताँ नदियों के लहरों की प्राकृतिक सुखद अनुभूति, दिल को आनंदित करे है अथाह जल विभूति। पानी की लहरों से मानो गुजरती चतुर्दिक राहें, हर नदी के हृदय में डूबी सैकड़ों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 53 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read विद्या का आलय:पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय धर्मशाला छावनी पहाड़ों के सानिध्य में, ऊंचाईयों के सामर्थ्य, स्थित है एक ज्ञान की जननी, के .वी. का मान... केन्द्रीय विद्यालय धर्मशाला: एक अद्वितीय स्थान_ छात्रों की एकजुटता, सबका सम्मान। प्रकृति की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 55 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read समय की धारा समय से जूझ कर देखो- वही आरम्भ है ,वही अंत है, शीत के धूप सा सुखकर, भास्कर सा अनादि अनंत है I व्यक्ति डूबने लगे जब दुःख के गहरे सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 76 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read देश की शान बन,कफन में लौट आया हूं किसी हृदय का उदगार सुन ही लो तुम आज , वीरगाथा वीर की , वीर वो वीरों का सरताज I { वीर- नाम , वीर – भाई , वीर- बहादुर}... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read प्रेम कहानी यह अनजानी ! नहीं है कोई प्रेम कथा, अपितु अथाह विरह की व्यथा, अनकही अनसुनी अजब कहानी,सागर और नदिया की रूह दिवानी , सागर गहराई के मद में चूर , नदिया बहने को... Poetry Writing Challenge-2 51 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read परीक्षा काल याद हैं क्या आपको _ मासूम वो बचपन के दिन? घर से कूच करते थे ,भारी बैग-बस्ता के बिन मां कभी दही ,कभी शक्कर खाने को कहती थी और न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 43 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read अद्वितीय प्रकृति उन्माद ,उन्मुक्त विमुक्त चिर परिचित -तुम मदमाती बाला हरित ,पल्लवित ,पुष्पित ,रंगीन सुरा -समान मधुमति हाला I नूरानी ,सुहानी ,मन- भावनी , मन-मोहिनी,लुभावनी-दैविक छटा उमड़ती, घुमड़ती, चमकती, दमकती अठखेलियां करती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 127 Share Previous Page 9 Next