Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ritu Asooja 1 Apr 2024 · 1 min read *अमृत कुंभ गंगा ऋषिकेश * *ध्यान-योग की पवित्र स्थली शुभ कर्म जो, गंगा मैय्या की शरण मिली, महाकुंभ में आलौकिक स्वर्ग स्वरूपणी * *ऋषिकेश त्रिवेणी संगम की गंगा घाट की अद्वितीय छवि अन्नत,अथाह ,अविरल अमृतमयी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 77 Share Satish Srijan 20 Mar 2024 · 1 min read दस्तक बसा ली है दुनिया कहीं दूर जाकर, नहीं पास कोई भी बच्चे हमारे। कहाँ अब रही गीत गज़लों की रातें, बुढ़ापे की दस्तक हुई तन के द्वारे। दवाई बिना नागा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 122 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read आजकल सुनो न, पहले दिल की आवाज़ थी, दिल में आई जो बात, मैं छुपा कर चली आई l आजकल... दिल है बड़ा बदतमीज, किसी पर भी आ जाता है l... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 114 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read कप और ग्रिप मैं कप हूँ, तू मेरा ग्रिप है l मैं चाय हूँ, तू मेरा सिप है l मैं कड़क चाय, तू स्वाद है मेरा l मैं सुबह हूँ, तू महकता गुलाब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 101 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read बस यूँ ही #बस_यूँ_ही____ अरे घाव तो ताज़ा, हो गए l कोई अपने ही है, जिसने दिए है l कोई गैर तो, ही नहीं सकता l कोई बहुत ही प्यारा था, जिसने दिए... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 98 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read तड़प उफ्फ्फ यह तड़प, सागर की लहरों की l कैसे, किनारे रूपी प्रेमी से, मिलने के लिए उछलती है l अपने प्रेमी को छूकर भी, ख़ुश हो जाती है l इनकी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 90 Share Kanchan Khanna 15 Mar 2024 · 1 min read श्रीमान - श्रीमती अब तक किये सारे गुनाहों का हिसाब लगवा रही हैं। श्रीमतीजी झाड़ू उठाये श्रीमानजी के पीछे आ रही हैं।। दफ्तर में अपने श्रीमानजी हरदम रौब - अकड़ दिखाते, कभी बाबू,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हास्य-व्यंग्य 151 Share Atul "Krishn" 13 Mar 2024 · 1 min read वो ऊनी मफलर सर्दी के हैं ये कुछ महीने कस्तूरी की खुश्बू , मेरे साथ होती है पूछते हैं कुछ लोग, कुछ अटकलों में रहते हैं उलझे- उलझे उन्हें क्या पता है वो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share Kanchan Khanna 4 Mar 2024 · 1 min read चाय - दोस्ती सर्दी बहुत बढ़ गयी है, आखिर जनवरी का महीना है, रेस्तरां में खड़े यूंही, किसी ने कहा, हम भी मुस्कुरा दिये, चाय हो जाये एक प्याली, साथ बैठे, चाय पी,... Poetry Writing Challenge-2 1 184 Share Kanchan Khanna 4 Mar 2024 · 1 min read एहसास मौसम भी दो तरह का होता है बाहर का मौसम भीतर का मौसम बाहर का मौसम यानि - हवा, पानी, बादल बरसात, पंछी और बहुत कुछ भीतर का मौसम यानि... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 149 Share Priya princess panwar 22 Feb 2024 · 1 min read जय माँ हंसवाहिनी। जय माँ हंसवाहिनी। जय माँ हंसवाहिनी,जय माँ सरस्वती। दो हमें ज्ञान,जीवन की सत्य गति। सभी चाहते जीवन में ज्ञान। चाहते कृपा, चाहते शुद्ध ध्यान। जीवन धन से भले ही चलता... Poetry Writing Challenge-2 3 107 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 22 Feb 2024 · 2 min read कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम् कई युगों के बाद मैं फिर से कविता लिखने बैठा हूँ । सदियों पहले फटे-पुराने पन्ने खोल के बैठा हूँ । कितनी यादें बिखर गईं हैं बीते युग की गलियन... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 4 259 Share Priya princess panwar 22 Feb 2024 · 1 min read नागरिकों के कर्तव्य। नागरिकों के कर्तव्य। राजनीति के लिए,सही उम्मीदवार नागरिक चुनता है। एक-एक सही उम्मीदवारी-धागे से शासन का, आकार-प्रकार और व्यवहार बुनता है। नागरिकों का कर्तव्य है देश में सुधार करें। हर... Poetry Writing Challenge-2 4 91 Share Roopali Sharma 22 Feb 2024 · 1 min read मै ही क्यूं !? मै ही क्यूं !? जब मन चाहे मीठे पकवान तब नज़र कर लेना उनकी तरफ जो सोते हैँ हफ्तों भूखे पेट और तू सोचता है मै ही क्यूं !? जब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 100 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 22 Feb 2024 · 1 min read पते की बात - दीपक नीलपदम् बात पते की एक है, इसे बाँध लो खूँट, जिसके पीछे भागोगे, वो जाएगा छूट । बिखर गए जो जान दे, उनको नहीं समेट, जोड़ रहा क्या वावले, सपने जाते... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 177 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read एक मुलाकात अनजान रास्ते और एक मुलाकात । दो पल की बाते और जन्मों का साथ ।। बने होंगे ऐसे भी रिश्ते जो इस क़दर मिले होंगे । किसी डगर पर दोनों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 150 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करो कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करना । यूं कब तक पुरानी बातों कि तकरार दिल में दबा कर रखोंगे । माना लड़कपन की थी वो गलतियां । क्या... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 98 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कभी कभी जो मिलो , तो जाने की जल्दी ना करना । फ़ुरसत में तो हम भी नहीं होंगे , पर आंखो से ओझल हो जाएं तो फिर अफसोस मत करना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 159 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 22 Feb 2024 · 1 min read मौसम - दीपक नीलपदम् कहता हूँ हाथ में थमी कलम ने जो कहा, कानों में गुनगुना के जब, पवन ने कुछ कहा, सितारा टिमटिमाया और इशारा कुछ किया, ऐसा लगा था श्रृष्टि ने हमारा... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 131 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read पापा जैसी जिम्मेदारी बचपन में कितनी ज़िद्दी किया करते थे , कुछ को पूरा करते ओर कुछ को मजबूरियों के तंग जेबो में दबा लिया करते थे । हसना खेलना सब उनसे ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 100 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read हर शक्स की एक कहानी है । हर शक्स की एक कहानी है , किसी की अधूरी किसी की पूरी जुबानी है , खाली सा है कोई शक्स मुझ में , बेरंग से हो गये है सपने,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 94 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कुछ देर तो ठहरो :- कुछ देर तो ठहरो :- बड़ी जल्दी में रहते हो अक्सर तुम , कुछ देर बैठ भी जाया करो , हाँ मालूम है , बड़ी जिम्मेदारियां है तुम पर अपनो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 102 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read एक तरफा एक तरफा जब में लिखूं तुम्हे , तब तुम मेरे अल्फाजों में महक जाना । जब तुम तन्हा महसूस करो तो चले आना ।। भटकता बावरा मन जब कहीं भटके... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 103 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read बेसब्री खुली फिज़ाओं में महकती एक शाम हो । तुम रहो मैं रहूं और हाथों में हाथ हो । फिर भटक आएंगे किसी डगर हम तुम । जहां सावन के झूले... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 125 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया… आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया… दो कुर्सियों को आमने सामने लगाया । एक पर खुद बैठा… दूसरे पर तुम्हारी यादों को बैठाया। फिर एक कप चाय के... Poetry Writing Challenge-2 115 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read मै घट हूँ घटनाओ का घट घट को हर कोई माने, पर घट को ना कोई जाने, हम सब उस घट के स्वामी, जहाँ बस्ता सबका अंतरयामी। इस घट को रखना उज्जवल, बस जाए वो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 147 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read बचपन बचपन में छोटी छोटी ज़िद पर चोटी ही नहीं बनवाई । ऐसी लड़ाई मैंने माँ से ना जाने कितनी बार लड़ाई । लम्बी लम्बी आंहे भर के कितना सुकुड़ कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 88 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read दिन बीता,रैना बीती, बीता सावन भादो । दिन बीता,रैना बीती, बीता सावन भादो । बाट निहारे कब तक बैठूं हो गई में साधो ।। मुख दर्पण में देख मुझे सजना मेरा मुसकाता है । नैनन मिलाने को... Poetry Writing Challenge-2 79 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read चुनरी चुनरी सर पर लिए दबे पांव जब तू जाती है । घुघरू की खन खन से नींद मेरी उड जाती है ।। झट से उठ कर पांव मेरे, खिड़की तक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 89 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read माँ की लाडो मेरी परछाई है तू , मां कहती है ऐसा । घर की खुशियाँ है तू , पापा कहते है ऐसा । एक सबसे अच्छी दोस्त है तू , भाई कहता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 117 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read वाराणसी की गलियां कितनी गलियां हैं उसके शहर में । जब भी जाता हूं, भटक ही जाता हूं ।। देर तक तलाशता हूं उसके घर को । पर ढूंढ़ नहीं पाता हूं ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कहानी 139 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read बरसने लगे जो कभी ये बादल I बरसने लगे जो कभी ये बादल, और तड़पने लगे ये चंचल मन । ख्वाहिशों की गठरी को तुम अपनी खोल देना। और भीगा देना खुद यू आसमां के तले, जैसे... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi 126 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read में स्वयं कल्पनओं की उड़ान बहुत ऊँची है । और सब्र हाथ पैर बांधे खड़ा हुआ है ।। किस सफर को तय करूँ अब मैं। मेरा हमसफ़र खुद रूठा पड़ा है ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 128 Share Roopali Sharma 22 Feb 2024 · 1 min read कलम कलम आज फिर कलम की स्याही भीगी है लगता है आज फिर एहसासों का सैलाब उमड़ा है आज फिर कलम की स्याही भीगी है लगता है आज फिर किसी का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 2 116 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read चलो खुशियों के दीपक जलायें। चलो खुशियों के दीपक जलायें। दीप का पर्व हिलमिल मनायें चलो खुशियों के दीपक जलायें। रामजी जीत लंका को आये देव प्रमुदित हुये मुस्कराये, आज स्वागत में हर्षित दिशायें प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 98 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read तन्हा आसमां आसमां में तारे गुम से हैं। कोई कसक शायद उसके दिल में है । ये मंज़र अचानक इतना कैसे बदल गया । वो कोन है जो आसमां से रूठ गया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 89 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read मेरा एक छोटा सा सपना है । मेरा एक छोटा सा सपना है । तुम्हारे संग तय करना, उस सपने का रस्ता है । गर्मियों की तिलमिलाती धूप हो जिसमे , और हो सर्दियों कि सर्द रातों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share Priya princess panwar 22 Feb 2024 · 1 min read विषय- पति को जीवन दिया। विषय- पति को जीवन दिया। विद्या-कविता। सीताजी गई रामजी संग वनवास,ये देवी सीता का धर्म था। पर पति विरह सहना,न देवी उर्मिला का कर्म था। पति लक्ष्मण जी को दिया... Poetry Writing Challenge-2 3 88 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारी कहानी सुनाऊं कोई कहानी मैं ऐसी । जैसे बीती हो खुद तुम पर वैसी ।। सुनकर खुद को तुम महसूस कर ही लोगे । वादा हैं मेरा तुम खुद से मिल... Poetry Writing Challenge-2 · 7kavita · कविता 134 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read तू यार सुखी साकी मे बचपन से कभी तू मेरा था, किस्मत का तू धनी सरदार था। मुझे मिली गरीबी घर-बार छिना,मां-बाप गए लावार बना।। तेरी शिक्षा ने मुझे चमकाया था, गया फौज कमिशन पाया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 92 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read मुंबई फिर दहली काली रात कहें या काले दिन, जहां बने मौत के सन्नाटे। ताजमहल नरीमन हाउस जले ओबराय होटल बांके।। मुंबई शहर व्यापारिक नगरी भारत के लक्ष्मी का खजाना, हुए पहले से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 88 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read दहेज बना अभिशाप किसने चलाया कहां पर दीना,इसकी हुई कब शुरुआत, किसी राजघराने से ही होगा, जुड़ा हुआ इसका इतिहास। अपनी शान शौकत में राजे जब कन्यादान किया करते, हीरे मोती जवहारात भर,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 108 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read रुठ जाता हु खुद से मैं खुद से खुद ही रुठ जाता हूँ। जब खुद से किए वादों पर खरा उतर नहीं पाता हूँ। निराशाएं मुझे घेर लेती । जब कभी में खुद को तन्हा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 76 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read आओ एक गीत लिखते है। आओ एक गीत लिखते है। और एक संगीत बुनते है।। मैं शब्दों की मालाएं बुनुंगा, तुम उन्हें गुनगुनाना, इस तरह दिल की बात कहते है। आओ एक गीत लिखते है।... Poetry Writing Challenge-2 · Geet · कविता 1 150 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read महिला ने करवट बदली यह चारदीवारी पिंजरा मेरी कैद बना के लाया, दे गज भर लंबा घूंघट, मुझे घर में ही अछूत बनाया । पति संगिनी बन जीवन में हर कर्म में हाथ बटाती,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 111 Share Roopali Sharma 22 Feb 2024 · 1 min read मुस्कुराना ज़रूरी है मुस्कुराना ज़रूरी है चाहे कैसे भी हो हालत लाना होठों पर बस ये बात पर...मुस्कुराना ज़रूरी है । आँखों मे हो आंसु अपार जीवन मे हो गम हज़ार पर...मुस्कुराना ज़रूरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 107 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read मधुमाती होली देखो रंग बसंती फागुन का, बौर सुगंधी छाया अमुवन का, चलो सखी जमुना तट पै, संग ग्वाल बाल बंसीधर के। वही खेल रहे होली रंग से, कान्हा को मारे पिचकारी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । भारत नया बनायेंगे हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । नवयुग का निर्माण करेंगे नवप्रभात फिर लायेंगे बिगुल बजा दें हम सब मिलकर तिमिर चीर दिखलायेंगे हम... Poetry Writing Challenge-2 85 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कुछ बातें पुरानी मैं कहूं कुछ बातें पुरानी। बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।। गुड्डे गुड़िया की शादी है जिसमें। और है पापा की जेब से गिरे हुए सिक्के ।। छोटी छोटी... Poetry Writing Challenge-2 · Memoir 206 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read मथुरा गमन-जुदाई अजी बांके मोहन करो कुछ शोधन,मथुरा को जाना गवारा नहीं है, दुखियाँ है गोपी,गाये भी रोती, गोकुल से बिसरना सहारा नहीं है। कान्हा कान्हा किसको कहेंगे, गोकुल की गलियाँ ढूंढेंगे,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 86 Share Page 1 Next