Santosh Soni Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read मेरी आँखो से... खुल रहे हैं कुछ पन्नें देखो मेरी आँखो से छुपे है जिनमें करारे हर्फ और ढेर सारा दर्द बनकर कुछ शब्दों की माला पसंद आये तुम्हें जो कविता नज़्म या... Poetry Writing Challenge-2 3 208 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read मैं अवनि... मैं अवनि.... सदियों से ढ़ो रही हूँ भार नहीं आई कभी शिकन माथे पर अपने गर्भ में पालती रही हूँ मैं मनुज की उम्मीदों के फल समय समय पर देती... Poetry Writing Challenge-2 1 80 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read गठरी अहसानों के बोझ तले छोड़ गया आज वो अपने *अहसास* ले गया मन में कुछ सवाल निर्मल भावनाओं के लांघी थी कइयों ने उसके *मन की* *सीमा रेखा* आज.... उसकी... Poetry Writing Challenge-2 147 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हटा उपल रास्ता बनेगा, तुम्हारे संँग काफ़िला बनेगा। चले सफर में ले साथ सबको, तभी सफल फ़लसफ़ा बनेगा। जतन से पाला उसी को तोड़ा, लगा जो गुल आसरा बनेगा। छिटक... Poetry Writing Challenge-2 102 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल क़िस्मत ने दिल्लगी की किसका कसूर माने। ओ आसमान वाले तेरा ही नूर मानें। खेले अजब अनोखे सब खेल जिंदगानी, हम खेल में अनाड़ी खुद को लंँगूर माने।। तेरे जहां... Poetry Writing Challenge-2 95 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गुलों से सजा वो हसीं इक शहर है न जाने लगी उसको कैसी नजर है। उखड़ने लगी सांस सड़कों की देखो न आया है राही न कोई खबर है। छुपा... Poetry Writing Challenge-2 65 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गीत हो या ग़ज़ल आप स्वर दीजिए, साधना को नई एक लहर दीजिए। साथ में बैठकर दो घड़ी बोल लें, आप अपने हमें दो पहर दीजिए। नींद को बेच कर... Poetry Writing Challenge-2 79 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read मुलाकात आज हम फिर इक मुलाकात करते हैं, जीवन जो बीता अनुपात करते हैं, स्वर घात और प्रतिघात के छोड़ कर- चल आज फिर नई शुरूआत करते हैं। *********************************** संतोष सोनी... Poetry Writing Challenge-2 87 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read अखिला कुमुदिनी कल-कल तटिनी के तट पर कल, अखिला कुमुदिनी रहती थी, पल-पल मधुरिम स्वर में तब ही, कूका कुहुकिनी करती थी, यादों में तट कालिंदी के, उभरे दर्शन सारे आज- छल-छल... Poetry Writing Challenge-2 1 87 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ हैं दीपमाला सी, ज्योत ऋचा आदि शक्ति की, है दीपिका दीपावली सी, होली रंग है मुक्ति की, महि सिंधु शून्य है समेटती, अंतस अयन से जो सदा - माँ... Poetry Writing Challenge-2 1 138 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read अलसुबह सुनो मुक्त परिंदो का चह चहाना अल सुबह, सप्त सुर संँग छेड़ रहा रवि तराना अल सुबह, मुदित हो रही कली प्रभास के प्रथम् मिलन से- अहा! देखो गुलाब का... Poetry Writing Challenge-2 52 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read मुक्तक प्रथम् अरूणोदय अर्घ्य से अंबर जहाँ प्रफुल्लित होता है, नमन हे ! भारत भूमि तेरा सौंदर्य देख देव हर्षित होता है, नित नूतन अवतरण ले ईश्वर मेरे देश में रमण... Poetry Writing Challenge-2 50 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read हायकू हो जाते हैं चार लोग इकठ्ठे क्या है मसला?? रंगत लाये खुशबू मन भाये वो है केसर!! वो जब आये रंक राजा कहाये दौलत नशा!! सांझ के बाद आसमान हो... Poetry Writing Challenge-2 119 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read हायकू बूंदे गिरती, बनकर ज्यौं मोती, धरा प्रसन्न!!.... मधुर स्वर, मधुकर की गूंज, पल्लव हर्षे!!..... ओस की बूंद, आनंदित पादप, मिली खुशियां!!.... सींचते जल, तरू खींचते मन, प्रकृति नमः!!..... तरू तरसा,... Poetry Writing Challenge-2 60 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read कुंडलियां साल दिसंबर गर्भ से, उदय हुआ नव वर्ष। नवल भामिनी जनवरी, आई लेकर हर्ष।। आई लेकर हर्ष, ऋचा शुभ नव्य नवेली। लाई है उत्कर्ष, हवाएँ ऋतुज सहेली।। कहती तोषी बात,... Poetry Writing Challenge-2 112 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read कैद परिंदें पिंजरें में कैद परिंदों को दाना-पानी मिलता है इसका मतलब ये तो नहीं कि उनको उड़ना पसंद नहीं। ऊँची उड़ान का मज़ा कैसा होता है!.. ये आकाश में उड़ते उस... Poetry Writing Challenge-2 74 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read तोटक छंद सबकी अपनी-अपनी करनी, सबकी अपनी-अपनी भरनी। किसने किसको कितना समझा, उतना विरथा भ्रम में उलझा। अपनेपन का दिखता तन जो, वह भीतर से कपटी मन हो। शुभ दीपक जो जलता... Poetry Writing Challenge-2 57 Share Santosh Soni 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ताल-बेताल से निभाती हूँ, मैं वो नादां जहां से आती हूँ। है ख्यालों के सब परिंदें जो, आज उनको चलो उड़ाती हूँ। क़ायदे छोड़ मन चला अपनी, वो जो राहें... Poetry Writing Challenge-2 66 Share Santosh Soni 10 Feb 2024 · 1 min read मनहरण-घनाक्षरी घाव में नमक भरें, नहीं साथ उसे रखें, भले नैन निर्झर, झरें जल क्षार है। भावना हैं कोरी-कोरी बातें करता चटोरी, यार प्यार सदा से दो धारी तलवार है रात... Poetry Writing Challenge-2 1 99 Share Santosh Soni 10 Feb 2024 · 1 min read नेह के परिंदें पिंजरें में कैद परिंदों को दाना-पानी मिलता है इसका मतलब ये तो नहीं कि उनको उड़ना पसंद नहीं। ऊँची उड़ान का मज़ा कैसा होता है!.. ये आकाश में उड़ते उस... Poetry Writing Challenge-2 88 Share Santosh Soni 10 Feb 2024 · 1 min read सुनो बंजारे सुनो बंजारे तुम्हें भागती-दौड़ती जिंदगी के पीछे दौड़ना पसंद है और मुझे ठहराव पसंद है नहीं, मैं नहीं चाहती हूँ दिमाग़ खर्च करके इन फजूल बातों के पीछे भागना मुझे... Poetry Writing Challenge-2 89 Share Santosh Soni 4 Feb 2024 · 1 min read क्षणिकाएँ उपकार बंजर थी जमीं/ आसमानी इश्क ने/ कर दिया हरा-भरा / इश्क का उपहार / ज़मीं-आसमां पर/ ये था उपकार! हाथों की खाली लकीरें मेहंदी लगते ही सुहागन हो गई... Poetry Writing Challenge-2 64 Share Santosh Soni 4 Feb 2024 · 1 min read मुक्तक शबरी हर्षित राम निलय आएँ, सँग में भ्राता श्री लक्ष्मन आएँ, मेहप्रिय मृग वन में नृत्य करें, आएँ रघुकुल सरसिज घन आएँ, बेर प्रेम के चख श्रमणा देती, लक्ष्मण प्रीत... Poetry Writing Challenge-2 79 Share Santosh Soni 4 Feb 2024 · 1 min read कुंडलियां नैन समंदर हो गए, भर के खारी बूंद। प्रिय प्रियतम के प्रेम पर, विषमय लगी फफूंद।। विषमय लगी फफूंद, मार्ग में स्याह घनेरे। पथ में सिमटे फूल, शूल मग को... Poetry Writing Challenge-2 52 Share Santosh Soni 4 Feb 2024 · 1 min read प्रेरणा घोर अँधेरा मत रुकना मन, पथ पर दीप बनेंगे तारे, माँझी थामें पतवारों को, आते चल फिर आप किनारे, उतरें सागर में जो मोती, माणिक लेकर आते बाहर- खड़ा वही... Poetry Writing Challenge-2 53 Share