Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6222 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 May 2023 · 1 min read फिर से आज़ सूनी राह फिर से, और बिखरे ख़्वाब फिर से। वही इक चाहत अधूरी, टीस देती याद फिर से ! एक सिसकी वो दबी-सी, नम हुई ये आंख फिर से।... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 31 6 314 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Jun 2023 · 1 min read उलझ नहीं पाते अब चाँद तारों वाले ख़्वाब नहीं आते, कहने को ये रंगीन अल्फाज नहीं आते। करना है दरिया को अब तैरकर ही पार, बस यही सोचकर हम कश्ती नहीं लाते। कोई... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 31 5 477 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read स्वाभाविक किससे क्या कोई बात करें बेवज़ह किसी से क्या उलझें सबकी अपनी-अपनी है पीड़ा किसके आगे रोयें सिसकें..? जो सोच रहा है जैसा भी अपने हालातों के कारण. हम अपनी... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 30 241 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 25 May 2023 · 1 min read है तो है मेरे लफ़्ज़ों में छुपा कोई फ़साना है तो है, ये भी तुमसे बात करने का बहाना है तो है। तुमको तो बकवास ही लगती हैं मेरी तुकबंदियां पर क्या करूं... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 29 1 288 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Jun 2023 · 1 min read कैसे? अब मुझे बातों ही बातों में फंसाओगे कैसे? मेरे बाद तुम मुझ–सा दुश्मन लाओगे कैसे? अपनी चालबाजियों से मुझको रिझाओगे कैसे? मेरे ही बनाए खेल में भला मुझे हराओगे कैसे?... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 29 1 315 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 May 2023 · 1 min read दुकान वाली बुढ़िया आंखों पर लगे टूटे चश्मे से वह सबको देखा करती थी, कपकपाते हाथो से सामान बेचकर खूब सारी दुआए भर–भरके देती थी।। बुढ़िया स्वाभिमान की एक रोटी के लिए हर... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्मृति कविता 28 457 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 May 2023 · 1 min read मोबाइल फोन सभी खिलौने टूट गए, खेल सभी अब छूट गए । बाग में अब बैठेगा कौन, जबसे हाथ में आया फोन ।। होती सबकी चाह है पूरी, हो गया कुछ और... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · नया युग 28 1 516 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Jun 2023 · 1 min read संभलकर ये वक्त कितना खतरनाक है, ये जमाना कितना दर्दनाक है। किसी से मिलो तो संभलकर मिलना, लड़कियों को मारना आजकल का कारोबार है।। किस पर करें भरोसा किसपे नहीं, कुछ... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 28 1 394 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read बहक सा जाता हूं। तेरी आँखों की गहराई में मैं दब सा जाता हूँ तेरी हंसी की मिठास में मैं खो सा जाता हूँ। तेरे होंठों की नरमी में मैं बहक सा जाता हूँ... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 27 3 372 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 27 May 2023 · 1 min read हद हद में हूं मैं अपने तभी तो कोई फसाद नहीं होता, गर पार कर दू मैं अपनी हद तो जरूर फसाद मुमकिन होता ।। गर मैं बदल जाऊं तो हालात... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 25 283 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read नग्नता को रोकना होगा नग्नता को रोकना होगा.......... यदि संस्कृति बचाना चाहते हो यदि भारतीयता बचाना चाहते हो तो नग्नता को रोकना होगा.......... आध्यात्म को समझना होगा समाज में सौहार्द चाहते हो परिवार में... Poetry Writing Challenge · कविता 24 5 807 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read ये कौन है?..............पहचान नींद में था तभी सुनी मैंने आवाज वही जो यदा कदा पहले भी आई क्या .....मैं हूँ वही एकमात्र सत्य है जो मानव ने मुझे समझा नहीं रचयिता उसका हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता 23 22 496 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वन्दे मातरम गूँजे कण कण भारत भू का वन्दे मातरम महक उठे वन उपवन मिलके वन्देमातरम शस्य श्यामला भू हरियाली परम्परा समृद्धिशाली राष्ट्र प्रेम की गाथा गाते हर मधुवन की हरेक डाली... Poetry Writing Challenge · कविता 22 9 432 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दर्द कितना रोकूँ मैं स्वयं को दर्द झलक ही जाता है दिल इतना कमजोर है जो फफक ही जाता है।। इस कदर हावी है जुदाई और हाकिम की वेरुखी देखूँ पल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 22 12 247 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दूरी अगर तू जनता है दर्द मेरा तो वेरुखी सी क्यूँ है तू जानता है तो मेरी ज़िंदगी फिर रूठी सी क्यूँ है? मेरी जन्नत की खुशी तू ही मेरा ख्वाब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 21 3 108 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read प्यास रिक्त मेरा अन्तस अति क्यों न जाने कैसी प्यास है भरी दशों दिशाएं लेकिन मन अतिरिक्त उदास है गहराए क्यों अकेलापन जब तेरा एहसास है चुभन बड़ी अंतर्मन मेरे विरह... Poetry Writing Challenge · कविता 21 8 146 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read कठोर सत्य सत्य को परखती दृष्टि अविरल अविचल कठोर सत्य का अनुभव नियत कर्म आत्मिक द्वन्द विश्वास की परीक्षा स्वार्थ की पूर्ति आस्था की पराकाष्ठा मानव की श्रेष्ठता रिश्तों की लोलुपता झुठ्ठा... Poetry Writing Challenge · कविता 20 3 129 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिलन चाह लिये मिलन की तुमसे करती रोज निहार जब भी दूँ सन्देश तुम्हें मिलता जाए इनकार मिल जाए इनकार व्यथित तब मन हो जाता पल भर तो कुछ समझ न... Poetry Writing Challenge · गीत 20 3 134 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read स्वप्न या सत्य आज मुझे मालूम हुआ तेरी की लगन की मगन में वो कैसे फ़ना हो गए प्यार का अर्थ और गहराई में अंत तक वो खो गए काश वहां तक जाकर... Poetry Writing Challenge · कविता 20 6 513 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिथक lL........ मिथक जगत के स्वार्थ मिथक मत सोच तुझे जाना है किधर लक्ष्य है क्या तेरा जन्म है क्या जीवन का तेरे उद्देश्य है क्या कर्म है क्या करना है... Poetry Writing Challenge · कविता 20 6 266 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read सत्य सत्य जब सामने आता है , सह नहीं पाते उसकी कड़वाहट। छिपाने की कोशिस करते हो, तुम व्यर्थ ही चिल्लाकर। मगर, नहीं जानते यह सत्य छिप नहीं सकता। शब्दों की... Poetry Writing Challenge · कविता 19 10 294 Share Dr.Pratibha Prakash 11 Jun 2023 · 2 min read छाती Dashboard Notifications Settings Post published! माँ की ममता से पूरित छाती प्रसव पीड़ के बाद छाती शिशु को स्तन पान करवाती ईश्वर की अनुपम दें है छाती संसार स्वप्न को... Poetry Writing Challenge · कविता 18 4 601 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read पिय पीर जिया की पिय नहीं समझे जग को दिखान से का होय जाहि आँख न समझे आँख की व्याधा नीर बहाये से का होय जाहि नदिया बन गई नैनन कोरें... Poetry Writing Challenge · गीत 18 3 384 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read सजदा तेरे सजदे में सर झुका तो सुकूँ आया तेरी चौखट पे मैंने अपना जहाँ पाया तू ही मालिक इस सारी कायनात का तुझसे हटकर न मैने कोई वजूद पाया।। नूरानी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 18 5 179 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम मुझे दिल से (24) सुकूं पल-भर का भी न पाओगे। तुम मुझे दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम कभी एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। तुम करके प्यार... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 414 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता नील गगन से विशाल, हिमालय जैसा भाल सुमेरु कन्धे साधे वसुधा के जीवन की ताल मेरे पिता.... संवेदनाओं को कहां कह पाते गिरा पलक को अश्रु छिपाते मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 17 3 351 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read दरश बिन तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन जल बिन जैसे मीन अधीरा बिन सावन जैसे रोये पपीहा जैसे... Poetry Writing Challenge · गीत 17 4 306 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read तुम्हें तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राह जाना जब याद तेरी आये ऐ दिलबर मेरे खुदाया तू बन के समीर मेरी सांसों में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 307 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read सीख नहीं सीख बुरी कोई पर सब बेटियों के लिए क्यों है नहीं रीत बुरी कोई फिर बेटियों के लिए क्यों है विवेकपूर्ण परिधान हो है सही ये बात पर नियंत्रित... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 261 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read ललकार आर्यावर्त सप्त, सैन्धव, भारत खंडे, भारत कहलाया है इसकी पावन माटी को माता कहकर बुलाया है चरण पखारे लहराता सागर, हिम श्रंग ने मुकुट सजाया है पश्छिम में भू स्वर्ण... Poetry Writing Challenge · गीत 17 3 216 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 2 min read गौरैया आज सुबह प्रार्थना के बाद जब विश्राम के लिये चली तो पंखुरी की चीं ची ने मुझे आवाज़ दी आँख में आँसू थे मैंने पूछा क्या हुआ ? जो उसने... Poetry Writing Challenge · कविता 17 6 235 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read शाश्वत सत्य अटल अडिग अविचल निश्चय सत्य सनातन शाश्वत परिचय अनादि अनन्त अगम अगोचर शान्त सहज भय से भयंकर बांधे सकल काल अणु रज रज भू अम्बर प्रकृति हर अक्षर शत सूर्य... Poetry Writing Challenge · गीत 17 2 287 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वेरुखी हर हर्फ मेरे दिल के अरमान की स्याही से लिखा याखुदा तुमने इस कदर उसे मज़ाक में उड़ा दिया ऐसा नहीं वक़्त ही न मयस्सर हो तेरे पहलू में मेरी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 86 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 14 min read गज़ले 1, कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 16 4 212 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अपने दिल से (5) अपने दिल से लगा भी सकते हैं । तेरे नज़दीक आ भी सकते हैं ।। कोई परदा नहीं है तुझसे मेरा । अपनी नज़रें झुका भी सकते हैं।। ज़िन्दगी... Poetry Writing Challenge 16 1 210 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read पुकार यदि सुन लेते तुम मेरी पुकार मन प्रदीप्त पुनः हो जाता गाने लगते नवीन राग देता सुगन्धि पल्लव पल्लव प्रकीर्ण हो जाता पराग महक उठता बसन्त मधुमास बजती मुरली अबकी... Poetry Writing Challenge · गीत 16 3 246 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read प्रतीक्षा निराश सी कुछ उदास सी बैठी हूँ मैं तुम्हारी राह में हताश सी बैठी हूँ मैं अकेली अजनबी अनजान यहाँ खोजती हूँ बस तुम्हें यहाँ से वहाँ तुमसे मिलन की... Poetry Writing Challenge · कविता 16 3 371 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में हमारे ( 14) मुकरते हैं आप, क्या ज़ालिम नहीं हैं। दिल में हमारे क्या शामिल नहीं हैं ।। धड़कते नहीं क्या दिल में तुम्हारे । धड़कन में तेरी क्या शामिल नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 438 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है (15) इश्क़ मुझको कहां पर लाया है। हर जगह तुझको मैंने पाया है।। जानते हैं. यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद पर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 229 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना (16) हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना। अशआर कोई मेरा गुनगुनाना ।। फक्त एक तमन्ना यही है हमारी। ख़फ़ा होके हमसे न तुम दूर जाना ।। बिना शर्त तुमको चाहा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 501 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read शांत सा जीवन (20) शांत सा जीवन जी कर देखो। हंस कर क्रोध को पी कर देखो।। रब को अपना करके देखो। उसकी इच्छा से जी कर देखो।। जीवन कितना शेष है इनमें... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 359 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read इतना तो अधिकार हो (21) जीवन का जीवन पर तेरे ये उपकार हो । केवल सफलता ही नहीं हार भी स्वीकार हो।। वाणी तेरी मीठी-मीठी उच्च तेरे विचार हो। मित्र बने शत्रु भी तेरे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 334 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरा दामन भी तार-तार रहा (23) शिद्तों में जो बेशुमार रहा। मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये एतबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 481 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read ज़िक्र तेरा लबों पर क्या आया (25) ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को फिर नहीं आया ॥ खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 563 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम से मिलना था (1) फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से। ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 529 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो पढ़ लेगा मुझको (12) सफ़र इश्क का मुश्किल बहुत है । कुछ तो नहीं, दर्द हासिल बहुत है । इज़हार-ए-उल्फ़त कर न सके जो । दिल ये हमारा बुज़दिल बहुत है ।। तरसती... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 274 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमने माना अभी अंधेरा है (17) हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना। दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन लेता है साथ अपनों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 553 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read (19) (19) मन में रक्खें बैर की भावना । दुष्ट है वो, संत नहीं है ।। सीमित रखिये विषय-वासना । इच्छाओं का अंत नहीं है ।। व्यर्थ है फिर ज्ञान तुम्हारा।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 288 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम कहां तुम से (22) बस शिद्दत में शुमार करते हैं । हम कहां तुम से प्यार करते हैं ।। छीन लेते हैं चैन भी दिल का । लोग ऐसे दुलार करते हैं ।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 94 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read प्रतीक्षा-पत्र साॅंझ का धुंधलका मन में उतर गया। वक्त के साथ -साथ सब कुछ बदल गया। पंगु होती जा रही बूढ़ी माँ की आस। कुंठाऍं घेर रही मन का आकाश। कजरारी... Poetry Writing Challenge · कविता 14 8 444 Share Page 1 Next