25
posts

जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
Manisha Manjari

किसने कहा, ज़िन्दगी आंसुओं में हीं कट जायेगी।
Manisha Manjari

वक़्त ने हीं दिखा दिए, वक़्त के वो सारे मिज़ाज।
Manisha Manjari

तुझे ढूंढने निकली तो, खाली हाथ लौटी मैं।
Manisha Manjari

ढलती हुई दीवार ।
Manisha Manjari

नज़रों में तेरी झाँकूँ तो, नज़ारे बाहें फैला कर बुलाते हैं।
Manisha Manjari

ये आकांक्षाओं की श्रृंखला।
Manisha Manjari

आज नए रंगों से तूने घर अपना सजाया है।
Manisha Manjari

दूरियां ये जन्मों की, क्षण में पलकें मिटातीं है।
Manisha Manjari

वस्रों से सुशोभित करते तन को, पर चरित्र की शोभा रास ना आये।
Manisha Manjari

इस नयी फसल में, कैसी कोपलें ये आयीं है।
Manisha Manjari

अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
Manisha Manjari

धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
Manisha Manjari

क्या है उसके संवादों का सार?
Manisha Manjari

निहारने आसमां को चले थे, पर पत्थरों से हम जा टकराये।
Manisha Manjari

आज कृत्रिम रिश्तों पर टिका, ये संसार है ।
Manisha Manjari

सिंदूरी इस भोर ने, किरदार नया फ़िर मिला दिया ।
Manisha Manjari

मेरे प्रेम की सार्थकता को, सवालों में भटका जाती हैं।
Manisha Manjari

तो मेरे साथ चलो।
Manisha Manjari

कल्पनाओं की कलम उठे तो, कहानियां स्वयं को रचवातीं हैं।
Manisha Manjari

अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
Manisha Manjari

वो लम्हें जो हर पल में, तुम्हें मुझसे चुराते हैं।
Manisha Manjari

मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
Manisha Manjari

सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
Manisha Manjari

तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
Manisha Manjari