Dr P K Shukla “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr P K Shukla 15 Jun 2022 · 1 min read तात तुम पिता बन गये जब जन्म हुआ मेरा , मिल पंच तत्व जग के मेरे लिए पिता श्री , आप आकाश बन गये । जीवन की जलती धूप में , तुम छांव बन गये... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 51 36 1k Share