Shyam Sundar Subramanian “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Sundar Subramanian 19 Apr 2022 · 1 min read पितृ ऋण याद आते है, बचपन के वो दिन, जब उनकी उँगली पकड़ हम सैर पर जाते , रास्ते भर बतियाते जाते, हर कौतूहल भरे प्रश्नों का उनसे उत्तर पाते , धीरे-धीरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 44 916 Share